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रांची : पेट में घुसा था तीर, रिम्स के डॉक्टरों ने बचायी जान
रांची : चाईबासा के मझगांव के रहनेवाले सेरगया बिरुली (45 वर्ष) को रिम्स के डॉक्टरों ने नयी जिंदगी दी है. उसकी पसलियों को भेदते हुए एक तीर उसके पेट के अंदर घुस गया था, जिससे उसका स्प्लीन क्षतिग्रस्त हो गया था. सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की टीम ने 10 मार्च को उसका ऑपरेशन कर तीर […]
रांची : चाईबासा के मझगांव के रहनेवाले सेरगया बिरुली (45 वर्ष) को रिम्स के डॉक्टरों ने नयी जिंदगी दी है. उसकी पसलियों को भेदते हुए एक तीर उसके पेट के अंदर घुस गया था, जिससे उसका स्प्लीन क्षतिग्रस्त हो गया था.
सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की टीम ने 10 मार्च को उसका ऑपरेशन कर तीर को निकल दिया. ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ है और डॉ विनोद कुमार की यूनिट में भर्ती है. उम्मीद है कि उसे जल्द ही छुट्टी दे दी जायेगी.
सर्जरी विभाग के सर्जन डॉ निशित एक्का ने बताया कि तीर पसलियों को छेदते हुए पेट के अंदर घुस गया था, जिससे स्प्लीन क्षतिग्रस्त हो गया था.
यह ऑपरेशन काफी जटिल था, क्याेंकि महत्वपूर्ण अंग बचाते हुए ऑपरेशन करना था. तीर निकालने के लिए मरीज का स्प्लेक्टोमी किया गया, जिसके बाद क्षतिग्रस्त अंगों को ठीक हो पाया. ऑपरेशन में डॉ विनय कुमार व डॉ अरुण कुमार तिवारी की देखरेख में हुआ, जिसमें यूनिट के डॉ निशिथ एक्का, डॉ अमृता शरण, डॉ बिक्रम, डॉ अजीत, डॉ मार्शल, डॉ संजय, डॉ ऋतुपर्णा, डॉ अनीस, डॉ सौरभ एवं राजीव के अलावा एनेस्थीसिया डॉ अनिमेष व डॉ कुंदन ने सहयोग किया.
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