Advertisement
रांची : हल्की बारिश में ही पंक्चर हो जा रहा है इंसुलेटर, घंटों कट रही बिजली
लोड घटने के बाद भी जारी है बिजली की कटौती रांची : मॉनसून की पहली बारिश ने ही बिजली आपूर्ति की लचर व्यवस्था को उजागर कर दिया. लोड घटने के बाद भी बिजली कटौती जारी है. शुक्रवार को कहीं आधी रात, तो कहीं सारी रात लोग बिजली के इंतजार में जागते रहे. बारिश के कारण […]
लोड घटने के बाद भी जारी है बिजली की कटौती
रांची : मॉनसून की पहली बारिश ने ही बिजली आपूर्ति की लचर व्यवस्था को उजागर कर दिया. लोड घटने के बाद भी बिजली कटौती जारी है. शुक्रवार को कहीं आधी रात, तो कहीं सारी रात लोग बिजली के इंतजार में जागते रहे. बारिश के कारण कहीं फ्यूज कॉल के चलते, तो कहीं इंसुलेटर और केबल पंक्चर हो जाने के कारण बिजली आपूर्ति दो से आठ घंटे तक प्रभावित रही.
वहीं शनिवार को राजधानी के अन्य इलाकों में दिन में भी रह-रह कर बिजली चले जाने से लोगों को काफी परेशानी हुई. बिजली कटौती के कारण पानी की आपूर्ति भी बाधित हो रही है. पहले विभाग के पास भीषण गर्मी और हाई डिमांड बहाना था, तो अब बारिश का हवाला दिया जा रहा है.
हाइटेंशन वायर पंक्चर होने से संकट गहराया: उच्च क्षमता वाली सप्लाई लाइन का पंक्चर होने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार की रात रानी बगान, जयप्रकाश नगर से लेकर बूटी मोड़ और विकास तक का इलाका 33 केवी लाइन ब्रेकडाउन करने के चलते लगभग पूरी रात अंधेरे में रहा.
सुबह तीन से चार बजे के करीब बिजली आयी. अयोध्यापुरी, चेशायर होम रोड, लालपुर, बर्द्धमान कंपाउंड सहित राजधानी के अन्य क्षेत्रों में रात भर बिजली गुल रही. मौलाना आजाद कॉलोनी में आग के चलते, जबकि भारती और रामपुर इलाके में 33 केवी लाइन पर पेड़ गिर जाने के चलते एचटी लाइन ट्रिप कर गयी.
टोल फ्री नंबर महज दिखावा : उपभोक्ता शिकायत निवारण केंद्र से जुड़े संपर्क नंबर पर फोन तो कर रहे हैं, लेकिन समस्याओं का समय रहते निबटारा नहीं हो रहा है. हल्की बारिश से ही हटिया और नामकुम ग्रिड से जुड़ी 33 केवी लाइनें ट्रिप कर जा रही हैं. इसके चलते सब स्टेशन ब्रेक डाउन होने की समस्या बरकरार है.
मौसम के साथ ही बदल जाता है विभाग का बहाना : विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने गर्मी शुरू होने से पहले 24 घंटे बिजली देने का दावा किया था, लेकिन इनका दावा हकीकत में नाकाम साबित हो रहा है.
विभाग की तरफ से शहर में 176 ट्रांसफॉर्मर को बदलने और पुराने-जर्जर तारों को कवर्ड वायर में एक्सचेंज कर देने के बाद यह दावा किया जा रहा था कि अब लोगों को हर कीमत पर 24 घंटे बिजली नसीब होगी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है.
कहीं आधी रात, तो कहीं पूरी रात आपूर्ति रही बाधित
पॉलीकैब पर जेबीवीएनएल मेहरबान
शहर में लगातार आरएपीडीआरपी योजना के तहत पॉलीकैब कंपनी मेंटेनेंस का काम कर रही है. उसे पहले 31 जनवरी तक हर हाल में काम पूरा कर लेने को कहा गया था. इसके बाद मार्च तक का एक्सटेंशन दिया गया.
तब कहा गया कि कंपनी ने अपना 90 से 95 फीसदी काम पूरा कर लिया है. योजना के तहत लगभग सभी ट्रांसफार्मरों को चार्ज कर लिया गया है. महज डाेरंडा में 500 मीटर, कोकर में दो किलोमीटर और रातू रोड में 500 मीटर केबल अंडरग्राउंड किया जाना है. ऐसे में सवाल उठता है कि फिर रोजाना दो से तीन घंटे का शटडाउन किस काम को पूरा करने के लिए लिया जा रहा.
पड़ताल : हर दिन शहर के विभिन्न इलाकों में सुबह पांच से 7.30 बजे तक बिजली काटी जा रही है. शुक्रवार को भी कई सब स्टेशन में शटडाउन लिया गया. हालांकि इस दौरान बारिश के चलते इसे टालना पड़ गया. वहीं नामकुम, कोकर में इस अवधि का उपयोग दूसरे कार्यों को पूरा करने के लिए किया गया.
Advertisement