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रांची : खून बेचनेवाले गैंग का खुलासा, किशोरी सहित तीन गिरफ्तार
रांची : बरियातू पुलिस ने खून का कालाबाजारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए किशोरी सहित तीन अारोपियों को गिरफ्तार किया है़ उन्हें रिम्स से गिरफ्तार किया गया है़ इनमें बरियातू के जोड़ा तालाब निवासी मदन कुमार, गंगु टोली (बहूबाजार) का मो गुड्डू और एक किशोरी शामिल है़ जबकि इस धंधे में शामिल कृष्णा […]
रांची : बरियातू पुलिस ने खून का कालाबाजारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए किशोरी सहित तीन अारोपियों को गिरफ्तार किया है़
उन्हें रिम्स से गिरफ्तार किया गया है़ इनमें बरियातू के जोड़ा तालाब निवासी मदन कुमार, गंगु टोली (बहूबाजार) का मो गुड्डू और एक किशोरी शामिल है़ जबकि इस धंधे में शामिल कृष्णा मिश्रा फरार हो गया़ इस संबंध में मारवाड़ी युवा मंच के सदस्य तुषार विजयवर्गीय के बयान पर बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है़ मंगलवार को सबको जेल भेजा जायेगा़
3500 से 4000 में बेचते थे खून : बरियातू पुलिस ने बताया कि गिरोह के लोग भरती मरीज का पुर्जा लेकर खुद को गरीब बता रिम्स या सेवा सदन जाते थे और 1200 रुपये में खून खरीद का ऊंचे दाम मेें बेच देते थे़
प्राथमिकी में कहा गया है कि गिरोह के लोग 1200 रुपये का खून रिम्स तथा नागरमल सेवा सदन से खरीद कर जरूरतमंदों को 3500 से 4000 में बेचते थे़ शहर में चल रहे खून के इस धंधे का खुलासा मारवाड़ी युवा मंच, रांची शाखा और जिंदगी मिलेगी दोबारा फाउंडेशन ने स्टिंग ऑपरेशन से किया.
गंगुटोली का मो गुड्डू और उसका गिरोह अधिक पैसा लेकर खून बेचता था़ इसमें रिम्स, आलम नर्सिंग होम समेत शहर के अन्य अस्पतालों के कर्मचारियों की मिलीभगत की भी बात सामने आ रही है़
कैसे होता था खेल : गिरोह के लोग गरीब मरीजों को खून देने के नाम पर डॉक्टर की रसीद के यूआईडी नंबर को बदलकर सामाजिक संस्थाओं से डोनर कार्ड लेकर उसे मरीज के परिजनों को बेचते थे. शिकायत मिलने पर संस्थाओं ने अपना दस सदस्यीय दल बनाकर मामले की अपने स्तर से जांच की.
मारवाड़ी युवा मंच रांची शाखा और जिंदगी मिलेगी दोबारा फाउंडेशन के सदस्य दो दिनों से रिम्स और आलम नर्सिंग होम में दलालों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे. फाउंडेशन के अध्यक्ष अश्विनी राजगढ़िया ने कहा, ऐसी घटनाएं सामाजिक संस्थाओं की छवि धूमिल करती है़ं लोग उन पर विश्वास करना छोड़ देंगे़
गिरोह का भंडाफोड़ करने में किया सहयोग
गिरोह का भंडाफोड़ करनेवालों में तुषार विजयवर्गीय, अश्विनी राजगढ़िया, आशीष अग्रवाल, संजय बजाज, राजू अग्रवाल, मुकेश जालान, विशाल पड़िया, विकास अग्रवाल, दीपक गोयनका, कमलेश संचेती, अभिषेक अग्रवाल, आशीष डालमिया, सोनू मिश्रा शामिल है़ं
ऐसी कोई सूचना मुझे नहीं मिली है. अगर हमारे ब्लड बैंक के कर्मचारी भी इस घृणित कार्य में संलिप्त होंगे तो नियम संगत उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डॉ आर के श्रीवास्तव, निदेशक, रिम्स
मरीज के पर्चे में काट-छांट पर संस्था को हुआ शक
अश्विनी राजगढ़िया ने बताया कि मरीज के पर्चे में काट-छांट पर संस्था को शक हुआ़ आलम नर्सिंग होम से पता चला कि मरीज अप्रैल में भर्ती हुआ था अौर उसकी छुट्टी हो चुकी है़
इसके बाद सदस्य रिम्स में मदन व गुड्डू से मिले तो उन्होंने खून देने के एवज में 3500 रुपये मांगे. तब संस्था के सदस्यों ने मदन व गुड्डू को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया. उनके पकड़े जाने से अंजान किशोरी सेवा सदन से खून लेने के लिए कार्ड मांग रही थी. संस्था के लोग जैन मंदिर (जेजे रोड) पहुंचे और किशोरी को पकड़ लिया.
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