39.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

राहुल की रैली: पास के लिए होटल का चक्कर लगाते रहे नेता, रात तक झंडा लगानेवालों को नहीं मिला मौका

साउंड सिस्टम, माइक व मंच पर व्यवस्था देखने वाले टेक्नीशियन के नाम पर भी नेताओं का पास बना प्रभारी व सह प्रभारी ने बना ली है अपनी टीम, बोल रही है तूती कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिला, दिल्ली से आये लोगों ने जुगाड़ बैठा ली रांची : दो मार्च को राजधानी में कांग्रेस के राष्ट्रीय […]

साउंड सिस्टम, माइक व मंच पर व्यवस्था देखने वाले टेक्नीशियन के नाम पर भी नेताओं का पास बना
प्रभारी व सह प्रभारी ने बना ली है अपनी टीम, बोल रही है तूती
कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिला, दिल्ली से आये लोगों ने जुगाड़ बैठा ली
रांची : दो मार्च को राजधानी में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली में संगठन के हालात सामने आये. पार्टी में काम करने वाले कार्यकर्ताओं की पूछ नहीं है. रैली में भीड़ की चिंता से दूर नेता राहुल से मिलने के लिए पास के जुगाड़ में लगे रहे़ प्रभारी आरपीएन सिंह और सह प्रभारी उमंग सिंघार ने झारखंड में अपनी टीम बनायी है़ प्रदेश के चंद नेता इनके नजदीक है़ं लिस्ट में नाम चढ़ाने से लेकर काटने तक में इनकी चली़
राजधानी के जिस होटल में प्रभारी श्री सिंह और सह प्रभारी श्री सिंघार ठहरे थे, नेता वहीं के चक्कर लगा रहे थे़ डोरंडा-हिनू इलाके में इस होटल के कमरा नंबर 101, 301 और 307 में आने-जाने वालों का तांता लगा रहा़ जमीन से दूर कांग्रेस इन तीन कमरों में शिफ्ट थी़ रैली में व्यवस्था देखने के लिए प्रदेश के चंद नेता ही लगे रहे़ होटल में पास के लिए मारामारी थी़
देर रात तक राहुल के साथ मंच पर चढ़ने वाले वीआइपी नेता, स्वागत करने वालों और एयरपोर्ट पर मुलाकात करनेवालों की सूची बनती रही. वहीं संगठन में कुछ ऐसे भी नेता थे, जिन्होंने दो बजे रात तक झंडा व बैनर बांधने का काम किया़ सभा स्थल मोरहाबादी मैदान में कई नेता देर रात तक जुटे रहे, लेकिन इन्हें अपने राष्ट्रीय नेता से मिलने का मौका नहीं मिला़ ऐसे कार्यकर्ताओं का नाम अंतिम समय पर काटा गया, वहीं दिल्ली से आये मयूर शेखर झा और हर्षित नाम के दो लोगों का पास बन गया़
यही नहीं, साउंड सिस्टम, माइक, मंच आदि की व्यवस्था देखने वाले टेक्नीशियन के नाम पर भी नेताओं के पास बने.शाम सात बजे से सुबह चार बजे तक बंटा पास : एक मार्च को पास लेने के लिए अफरा-तफरी रही. शाम सात बजे से लेकर सुबह चार बजे तक होटल में पास बंटे़ मंच पर बैठने वाले वीआइपी नेताओं को फोन पर पास लेने की सूचना दी जा रही थी़ एक मार्च को 42 नेताओं को वीआइपी पास मिले़ मंच पर 62 से 64 नेताओं को मौका मिला था़ नेताओं के ड्राइवर, बॉडीगार्ड आकर होटल से पास लेते रहे़ वहीं अगले दिन सुबह यानी दो मार्च को मोरहाबादी के स्टेट गेस्ट हाउस में भी पास दिये गये़
सूचना तो यह भी है कि कुछ नेताओं को मोरहाबादी में भी पास दिये गये़ कांग्रेस नेता रवींद्र सिंह और मानस सिन्हा सूची तैयार कर रहे थे़ वहीं राजीव रंजन प्रसाद, सुनील सिंह, सूर्यकांत शुक्ला, राजेंद्र चंद्रा सहित कई नेता पास बांट रहे थे़
जो नेता व्यवस्था में लगे रहे
प्रदेश कांग्रेस के ऐसे भी नेता थे, जिन्होंने व्यवस्था बनाने में अपना पसीना बहाया. अपनी जिम्मेदारी देर रात तक निभायी़ झंडा-बैनर लगाने से लेकर मैदान में सजावट और मंच तक मैनेजमेंट देख रहे थे़ इनमें कांग्रेस नेता सत्यनारायण सिंह, मदन मोहन शर्मा, ज्योति सिंह मथारू, निरंजन पासवान, अजय सिंह, अमिताभ रंजन, सुनील सिंह, सुरैश बैठा, संजय पांडेय, कुमार रोशन, सूर्यकांत शुक्ला, राजीव रंजन प्रसाद, राजेश ठाकुर, शशिभूषण राय आदि शामिल हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें