नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार की विभिन्न पहल से बिहार में एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के मामलों में मृत्यु दर में तेजी से गिरावट आयी है. एईएस मामलों की स्थिति की समीक्षा बैठक करते हुए उन्होंने कहा कि ब्लड गैस, इलेक्ट्रोलाइट्स, लैक्टेट आदि महत्वपूर्ण मापदंडों की निगरानी के लिए बिहार के मुजफ्फरपुर में एसकेएमसीएच अस्पताल में लगातार चलने वाले देखरेख परीक्षण सुविधा की स्थापना की है.
एईएस के कारण एक जून से राज्य में सबसे अधिक अस्पताल में 111 बच्चों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘दिल्ली में केंद्रीय अस्पतालों से बॉयोकैमिस्ट और तकनीकीकर्मियों की तैनाती से यह सुविधा और मजबूत हुई है.” उन्होंने कहा कि पिछले 48 घंटे के दौरान एसकेएमसीएच में एईएस संबंधी केवल पांच मरीज भर्ती हुए हैं.
मंत्री ने कहा कि बाल चिकित्सा गहन चिकित्सा इकाई(पीआईसीयू) में डायग्नोस्टिक सुविधा को भी मजबूत किया गया. आईसीयू के भीतर तुरंत रिपोर्ट तक पहुंच के लिए कम्पयुटेड रेडियोग्राफी (सीआर) डिजिटल के साथ पोर्टेबल एक्सरे की स्थापना भी की जा रही है.