पटना : पीएचइडी को मार्च तक जल- जीवन -हरियाली के तहत सभी पंचायतों में एक-एक कुएं का जीर्णोद्धार करने का लक्ष्य है. प्रथम चरण में 1064 कुएं का जीर्णोद्धार फरवरी तक पूरा करना था, जिसे विभाग ने तय समय पर पूरा कर लिया है. विभाग ने दूसरे चरण में 7319 कुओं का जीर्णोद्धार करने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए विभाग ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है . शनिवार तक 293 जगहों पर काम शुरू किया गया है.
विभाग ने कुएं की मॉनीटरिंग के लिए तय की जिम्मेदारी : कुएं की साफ-सफाई करने के बाद कुएं के पानी को पीने लायक बनाया जा रहा है. कुआं का पानी भविष्य में ठीक रहे, इसके लिए विभाग कुएं की निगरानी की जिम्मेदारी भी तय कर रहा है. कुएं के चारों ओर साफ -सफाई कर छोटी- सी दीवार की गयी है. जिस कुएं को दुरुस्त किया जा रहा है, उसके पास जल संरक्षण के बारे में जानकारियां लिखी गयी हैं.
सर्वे किया गया है जिलों में
कुएं के पानी को पीने लायक बनाने के लिए तेजी से जिलों में सर्वे किया गया है. विभाग एक हेरिटेज के रूप में सभी कुएं को विकसित कर रहा है, ताकि जल संकट के समय पानी की कमी नहीं हो.
विनोद नारायण झा,पीएचइडी मंत्री