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बिहार में तीन मेगा पुल परियोजनाओं के एप्रोच रोड का काम अगले महीने होगा पूरा
पटना : राज्य में तीन मेगा पुल परियोजनाओं के एप्रोच रोड बनाने का काम दिसंबर 2019 में पूरा हो जायेगा. इनमें सोन नदी पर दाउदनगर-नासरीगंज पुल का एप्रोच रोड, कोसी पर बलुआहा घाट से गंडौल होकर बिरौल तक एप्रोच रोड का विस्तार और गंडक पर चकिया-केसरिया-सत्तर घाट पुल का एप्रोच रोड शामिल हैं. इनके बनने […]
पटना : राज्य में तीन मेगा पुल परियोजनाओं के एप्रोच रोड बनाने का काम दिसंबर 2019 में पूरा हो जायेगा. इनमें सोन नदी पर दाउदनगर-नासरीगंज पुल का एप्रोच रोड, कोसी पर बलुआहा घाट से गंडौल होकर बिरौल तक एप्रोच रोड का विस्तार और गंडक पर चकिया-केसरिया-सत्तर घाट पुल का एप्रोच रोड शामिल हैं.
इनके बनने से आम लोगों को पुलों से होकर आवागमन में सुविधा हो सकेगी. भूमि अधिग्रहण का पेंच फंसने की वजह से इन परियोजनाओं को पूरा होने में दो से तीन वर्ष की देरी हुई है. सोन नदी पर करीब 2.9 किमी लंबा दाउदनगर-नासरीगंज फोर लेन पुल का निर्माण चार मार्च 2014 को शुरू हुआ था. इसमें 7650 मीटर लंबा एप्रोच रोड भी बनना था. काम पूरा करने की समयसीमा 2017 थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण की समस्या से यह पूरा नहीं हो सका.
बिरौल तक एप्रोच रोड बन चुका है
सहरसा जिले के बलुआहा से गंडौल के बीच पुल और गंडौल से दरभंगा जिले के बिरौल तक एप्रोच रोड बन चुका है. इस एप्रोच रोड को 13 किमी की लंबाई में विस्तार करने का काम चल रहा है. इस पुल को बनाने की शुरुआत 12 मार्च 2013 को हुई थी और इसे पूरा करने की समयसीमा 11 मार्च 2016 थी. इस परियोजना में भी भूमि अधिग्रहण की समस्या के कारण 31 मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
गंडक पर चकिया-केसरिया-सत्तर घाट पुल बनाने की शुरुआत 20 अक्तूबर 2012 को हुई थी. इसे पूरा करने की समय सीमा 19 अप्रैल 2016 थी.
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