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पटना : बैंक ऑफ बड़ौदा में 2000 मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी
बचत खाताधारकों के लिए नियमों में बड़ा बदलाव पटना : देश की दूसरी सबसे बड़ी सार्वजनिक बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) ने अपने बचत खाताधारकों के लिए मिनिमम बैलेंस के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. यह बदलाव लोकेशन के अनुसार होगा. एेसे में बैंक ग्राहकों को अपने खातों में हर माह मिनिमम बैलेंस हर […]
बचत खाताधारकों के लिए नियमों में बड़ा बदलाव
पटना : देश की दूसरी सबसे बड़ी सार्वजनिक बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) ने अपने बचत खाताधारकों के लिए मिनिमम बैलेंस के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. यह बदलाव लोकेशन के अनुसार होगा. एेसे में बैंक ग्राहकों को अपने खातों में हर माह मिनिमम बैलेंस हर हाल में रखना होगा. नहीं तो फाइन देना होगा.
गौरतलब है कि बैंक ऑफ बड़ौदा में देना बैंक और विजया बैंक का विलय हो चुका है. अब बैंक ने अपने एडवांटेज बचत खाते में मिनिमम बैलेंस को लेकर बदलाव किया है. शहर के लिए 2000, अर्द्ध शहरी क्षेत्र के 1000 तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए 500 रुपये हर तिमाही पर रखनी होगी.
बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्राहक अगर मिनिमम बैलेंस नहीं रख पाता है तो फिर उसको फाइन देना होगा. बॉब के आरबीडीएम अतिश चंद्र मिश्र ने बताया कि शहरी इलाके के खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर 200 रुपये का फाइनहै. अर्द्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लिए फाइन की राशि 100 रुपये निर्धारित की गयी है. हालांकि जन-धन योजना और बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट खाते में मिनिमम बैलेंस मामले में छूट है.
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