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एंबुलेंस में पड़ा रहा जवान, भर्ती से इन्कार
पटना : देश पर अपनी जान की बाजी लगाने वाले सेना के जवानों को बिहार के अस्पतालों में एक बेड तक नसीब नहीं हो पा रहा है. इस तरह का ताजा मामला आईजीआईएमएस में देखने को मिला है. जहां डॉक्टरों ने भर्ती करने से इन कार कर दिया, नतीजा चार घंटे तक सेना का जवान […]
पटना : देश पर अपनी जान की बाजी लगाने वाले सेना के जवानों को बिहार के अस्पतालों में एक बेड तक नसीब नहीं हो पा रहा है. इस तरह का ताजा मामला आईजीआईएमएस में देखने को मिला है.
जहां डॉक्टरों ने भर्ती करने से इन कार कर दिया, नतीजा चार घंटे तक सेना का जवान एंबुलेंस में पड़ा रहा, हालांकि हंगामे के बाद उसे भर्ती कर लिया गया. दरअसल पटना के दानापुर सब ऐरिया में तैनात आर्मी का जवान मंजूर शाह की हालत गंभीर हो गयी, आनन-फानन में परिजनों ने उसे इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज कराने के लिए लाएं लेकिन यहां बेड खाली नहीं होने की बात कह डॉक्टरों ने भर्ती करने से मना कर दिया. वहीं मीडिया में खबर आने व परिजनों के हंगामे के बाद उसे अस्पताल प्रशासन ने भर्ती किया.
आईजीआईएमएस : चार घंटे एंबुलेंस में बेहोश रहा जवान
जानकारी के अनुसार दानापुर कैंटोमेंट में ऑफिस सुपरिटेंडेंट के पद पर तैनात मंजूर शाह की तबीयत खराब हो गयी, बेहतर इलाज को लेकर परिजनों ने आईजीआईएमएस में इलाज कराने के लिए लाया. लेकिन यहां अस्पताल प्रशासन ने भर्ती करने से पहले मना कर दिया. जवान की पत्नी ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह पार्किंग ऐरिया में करीब चार घंटे एंबुलेंस में पड़े रहे.
उनकी हालत लगातार खराब होते जा रही थी, यहां तक कि परिजनों ने कई बार डॉक्टर से भर्ती करने की गुहार लगायी लेकिन कुछ नहीं हुआ. हंगामे के बाद उसे भर्ती कर लिया गया. इस मामले में अस्पताल के एमएस डॉ पीके सिन्हा ने कहा कि बेड की कमी होने के चलते यह परेशानी हुई है, हालांकि जैसे ही मामले की जानकारी मिली मरीज को तुरंत भर्ती कर लिया गया, जहां अच्छे से इलाज किया जा रहा है.
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