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नौबतपुर सिक्का लूटकांड, डेढ़ लाख रुपये लेकर अपराधियों को छोड़ दिया था, पांच पुलिसकर्मी गिरफ्तार
बेऊर थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मी िगरफ्तार बड़ा खुलासा. डीआइजी ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी, दो लाख के सिक्के भी बरामद, तीन अपराधी भी पकड़ाये पटना : नौबतपुर थाना क्षेत्र के गोवाय मोड़ पर 15 जुलाई की रात 11.30 बजे हुए रेडियेंट कैश मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के 18.41 लाख के सिक्कों के लूट […]
बेऊर थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मी िगरफ्तार
बड़ा खुलासा. डीआइजी ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी, दो लाख के सिक्के भी बरामद, तीन अपराधी भी पकड़ाये
पटना : नौबतपुर थाना क्षेत्र के गोवाय मोड़ पर 15 जुलाई की रात 11.30 बजे हुए रेडियेंट कैश मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के 18.41 लाख के सिक्कों के लूट मामले का पटना पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश कर दिया.
इस मामले में बेऊर थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मियों को शनिवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. खास बात यह है कि इस मामले का उद्भेदन घटना होने के तीन घंटे बाद ही हो जाता. लेकिन, बेऊर थाना पुलिस ने सिक्कों से भरे पिकअप वैन को बरामद करने के साथ अपराधियों को पकड़ने के बावजूद डेढ़ लाख में सौदा कर छोड़ दिया. मामला दबा ही रहता, लेकिन एसएसपी गरिमा मलिक के निर्देश पर बनी एसआइटी ने घटना को अंजाम देने में शामिल दो अपराधियों मनेर निवासी विट्टु व पिंटू को दानापुर इलाके में कार के साथ गिरफ्तार कर लिया और दो लाख के सिक्के भी बरामद कर लिये.
पकड़े गये विट्टु व पिंटू ने बेऊर पुलिस की सारी पोल खोल दी और बताया कि डेढ़ लाख लेकर बेऊर पुलिस ने उनको छोड़ दिया था. मामला प्रकाश में आते ही बेऊर थाने के थानाध्यक्ष प्रवेश कुमार भारती, एसआइ सुनील चौधरी, एएसआइ विनोद राय, होमगार्ड के जवान विनोद शर्मा व कृष्ण मुरारी तिवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार की प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.
इसके साथ ही लाइनर सुधीर कुमार को भी पकड़ लिया गया है. इसके साथ ही गश्ती टीम का चालक फिलहाल हिरासत में है. सुधीर ने ही लाइनर की भूमिका अदा की थी और विट्टु व पिंटू को सिक्कों के ले जाने की जानकारी दी थी. इसके बाद नौ की संख्या में दो कार में सवार अपराधियों ने नौबतपुर के गोवाय मोड़ के पास सिक्कों से भरे पिकअप वैन को लूट लिया था. इसके साथ ही दो और लोग पुलिस हिरासत हैं.
शनिवार की रात डीआइजी सेंट्रल राजेश कुमार ने आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अपराधियों को पकड़ने के बावजूद डेेढ़ लाख रुपये छोड़ दिया गया था. इस मामले में बेऊर थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही घटना में शामिल लाइनर समेत तीन अपराधियों को भी पकड़ लिया गया है. दो लाख के सिक्कों की बरामदगी हुई है. 16 लाख के सिक्कों की बरामदगी के लिए छापेमारी जारी है. इस मामले में दर्ज केस की जांच एएसपी दानापुर करेंगे.
सिक्कों को लूटने के बाद जा रहे थे मसौढ़ी की ओर
15 जुलाई की रात 11.30 बजे दो कार में सवार अपराधियों द्वारा सिक्कों से भरे पिकअप वैन को लूटने के बाद उसे लेकर सिपारा मोड़ होते हुए मसौढ़ी की ओर जाने की फिराक में थे.
इसी बीच सिपारा मोड़ पर मौजूद पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान उन लोगों को 16 जुलाई की अहले सुबह तीन बजे पकड़ लिया था और पिकअप वैन व अपराधियों को लेकर बेऊर थाना चले आये थे. लेकिन इन लोगों के पकड़े जाने की जानकारी किसी पुलिस पदाधिकारी ने अपने वरीय पुलिस अधिकारियों को नहीं दी थी. इसी बीच पुलिस हिरासत में रहे पिकअप वैन के चालक सुधीर कुमार ने घटना के संबंध में पूरी जानकारी पुलिस के समक्ष उगल दी
इसके बाद शनिवार को करीब एक बजे दिन में दो लाख के सिक्के लेकर कार से पटना से बाहर निकलने की फिराक में रहे विट्टु व पिंटू को दानापुर इलाके में पकड़ लिया गया. पुलिस ने दो लाख के सिक्के को भी बरामद कर लिया. इसके बाद पकड़े गये अपराधियों ने घटना और उसके बाद की सारी कहानी एसएसपी गरिमा मलिक को बता दी.
पटना : कुख्यात गुलाब सिंह, गोलू सिंह सहित 10 को एसटीएफ ने पकड़ा
पटना : बिहार एसटीएफ ने तीन अलग- अलग कार्रवाई कर 10 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. नौबतपुर पटना के मोस्ट वांटेड गुलाब सिंह और गोलू सिंह को पुनपुन थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है.
दोनों पर हत्या, लूट और रंगदारी के एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. रोहतास के आलमपुर बाजार से पप्पू यादव पुत्र नथुनी यादव को गिरफ्तार किया है. पप्पू भी मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में था. उसका बड्डी थाना क्षेत्र के शिवसागर मामले से कनेक्शन था. वहीं एसटीएफ ने वैशाली जिले के भगवानपुर गांव से मोस्ट वांटेड रंजीत कुमार सहित 7 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है. सभी पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में हत्या और लूट के कई मामले दर्ज हैं. यूनियन बैंक लूटकांड, मुजफ्फरपुर मुथुट फाइनेंस लूटकांड, कुढ़नी एसबीआइ बैंक डकैती, विदुपुर पेट्रोल पंप लूटकांड में भी इनका नाम सामने आया था. एसटीएफ को सातों अपराधियों की महुआ में एक होटल के गार्ड को गोली मारकर हत्या करने के मामले में तलाश थी.
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