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पटना : अश्विनी चौबे पर बिफरीं राबड़ी, कहा, घूंघट वाली महिलाओं से इतनी नफरत और भय क्यों
पटना : पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौके के बयान पर गुस्से में हैं. उन्होंने कहा कि चौबे को घूंघट वाली महिलाओं से इतनी नफरत और भय क्यों है. पहले वे अपनी पार्टी की महिला नेताओं को घूघंट में रहने को कहें. गौरतलब है कि शनिवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सीतामढ़ी […]
पटना : पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौके के बयान पर गुस्से में हैं. उन्होंने कहा कि चौबे को घूंघट वाली महिलाओं से इतनी नफरत और भय क्यों है.
पहले वे अपनी पार्टी की महिला नेताओं को घूघंट में रहने को कहें. गौरतलब है कि शनिवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सीतामढ़ी में जदयू प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. वहां उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर निशाना साधते हुए कहा कि राबड़ी देवी हमारी भाभी हैं. वे घूंघट में ही रहें. राबड़ी देवी ने उनके इस बयान पर कड़ी आपत्ति जतायी और ट्वीट कर करारा हमला बोला .
राबड़ी देवी ने ट्वीट में लिखा कि चौबे जी घूंघट वाली महिलाओं से इतनी नफ़रत और भय क्यों. क्या यही है आपके नरेंद्र मोदी का महिला सशक्तिकरण. आप जैसे चौबे, छब्बे और दूबे की पितृसत्ता से सूबे को हमने छूटकारा दिलाया तो उसकी पीड़ा आपके बयान में नजर आ रही है.
राबड़ी ने एक अन्य ट्वीट में भोजपुरी में भी चौबे पर तंज कसा. उन्होेने कहा, भाजपा सरकार में मंत्री और महिला नेत्री स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण, सुषमा स्वराज, मेनका गांधी, वसुंधरा को घूंघट में रखिए. भाजपा की महिला नेता छुट्टी घूमें और दूसरी घूंघट में. यह है भाजपा का महिला विरोधी पितृसत्तात्मक संघी संस्कार.
महिलाओं को बाहर नहीं देखना चाहते : शिवानंद
इधर, राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने अश्विनी चौबे के बयान पर कहा कि राबड़ी देवी पर अश्विनी चौबे का बयान उसी मानसिकता का परिचायक है, जिसके विरूद्ध हमारा संघर्ष है. यह कट्टरवादी मानसिकता है जो महिलाओं को रसोई घर के बाहर देखकर विचलित हो जाता है. यही मानसिकता है जो लोकतंत्र और संविधान के मिटाना चाहता है.
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