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Thursday, March 28, 2024

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बाढ़ का कहर : सीएम का निर्देश, दुर्गम इलाकों में हेलीकॉप्टर से पहुंचाएं भोजन

सीतामढ़ी, दरभंगा व कटिहार में राहत कार्य का लिया जायजा पटना/रून्नीसैदपुर (सीतामढ़ी)/दरंभगा/कटिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सीतामढ़ी, दरभंगा और कटिहार में बाढ़ राहत कार्यों का जायजा लिया. सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर में बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने दुर्गम इलाकों में बाढ़पीड़ितों के बीच हेलीकाॅप्टर से भोजन पहुंचाने का […]

सीतामढ़ी, दरभंगा व कटिहार में राहत कार्य का लिया जायजा

पटना/रून्नीसैदपुर (सीतामढ़ी)/दरंभगा/कटिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सीतामढ़ी, दरभंगा और कटिहार में बाढ़ राहत कार्यों का जायजा लिया. सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर में बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने दुर्गम इलाकों में बाढ़पीड़ितों के बीच हेलीकाॅप्टर से भोजन पहुंचाने का निर्देश दिया. उन्हाेंने अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी बाढ़पीड़ित राहत से वंचित नहीं रहना चाहिए. वहीं, कटिहार जिले के कदवा प्रखंड में राहत कार्यों का जायजा देने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि महानंदा नदी से आनी वाली बाढ़ के स्थायी समाधान के लिए ठोस पहल की जायेगी.
मुख्यमंत्री सबसे पहले रून्नीसैदपुर प्रखंड के रुन्नी टोल प्लाजा पर बने बाढ़ राहत शिविर पहुंचे. वहां मौजूद मेडिकल कैंप, सामुदायिक किचेन, शौचालय व साफ-सफाई का जायजा लिया. सीएम ने निर्देश दिया कि जिस शिविर में 700 से ज्यादा लोग रह रहे हों, वहां दो किचेन चलाये जाएं और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये. बाढ़ राहत शिविर स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों का भी निरीक्षण किया और वहां के बच्चों से भी बातचीत की.वहां से पैदल ही करीब 500 फुट की दूरी कर टोल प्लाजा के पीछे खेतों में पहुंचे और बाढ़ के पानी का जायजा लिया. इसके बाद शिविर में अधिकारियों वजनप्रतिनिधियों के साथ राहत व बचाव कार्य की समीक्षा की.
इस दौरान बाढ़पीड़ितों ने सीएम से शिकायत की कि जिस शिविर का वह निरीक्षण कर रहे हैं, वह एक दिन पहले चालू किया गया है. मुख्यमंत्री ने डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह व अन्य वरीय अधिकारियों को समुचित चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने राहत कार्य में कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री के साथ आपदा प्रबंधन के सचिव प्रत्यय अमृत, सांसद सुनील कुमार पिंटू समेत कई अधिकारी भी थे. डीएम ने बताया कि सीतामढ़ी जिले के सभी 17 प्रखंड बाढ़ से पीड़ित हैं.
सीतामढ़ी के बाद सीएम पहुंचे दरभंगा
सीतामढ़ी का निरीक्षण करने के बाद सीएम दरभंगा जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिर्जापुर स्थित राहत शिविर पहुंचे और निरीक्षण किया और सामुदायिक किचेन का भी जायजा लिया और वहां तैयार किये जा रहे भोजन, खाद्य सामग्री और साफ-सफाई का जायजा लिया.
मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर के प्रभारी और रसोइयों से भोजन के मेन्यू की जानकारी ली. इसके बाद वह राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय सह संकुल संसाधन केंद्र के विभिन्न कमरों में ठहरे हुए बाढ़पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया.
दरभंगा के बाद मुख्यमंत्री ने कटिहार जिले के कदवा प्रखंड अंतर्गत दुखीराम उत्क्रमित उवि चांदपुर में बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया और अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि महानंदा नदी से आनी वाली बाढ़ के स्थायी समाधान को लेकर ठोस पहल की जायेगी.
महानंदा तटबंध के शिवगंज के पास कटिंग स्थल पर पुल अथवा स्लुइस गेट के निर्माण की दिशा में पहल की जायेगी. उन्होंने इसके लिए महानंदा बाढ़ नियंत्रण के शीर्ष अधिकारियों को डीपीआर बनाने के लिए भी निर्देश दिया. समीक्षा बैठक में सीएम ने सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी, विधायक डॉ शकील अहमद खान, सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, डीएम पूनम समेत अन्य जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ महानंदा नदी से आने वाले बाढ़ को लेकर गहन विचार-विमर्श किया.
साथ ही इसके स्थायी समाधान को लेकर भी चर्चा की. मुख्यमंत्री इससे पहले महानंदा अधीक्षण अभियंता व डीएम को तलब कर उनसे महानंदा की भौगोलिक स्थिति और शिवगंज तटबंध को अब तक नहीं बांधने के पीछे की वजह पूछी और कई सवाल किये. सवाल के दौरान मुख्यमंत्री के तेवर अधीक्षण अभियंता महानंदा व डीएम के प्रति तल्ख दिखे.
दरभंगा : मुख्यमंत्री बोले, बाढ़ राहत कार्य में लाएं तेजी, कोई भी बाढ़पीड़ित नहीं रहे राहत से वंचित
नीतीश ने राजद नेता सिद्दीकी से बंद कमरे में 15 मिनट तक की गुफ्तगू
दरभंगा/पटना : दरभंगा जिले के अलीनगर प्रखंड के बाढ़पीड़ितों की सुधि लेने रविवार को मिर्जापुर गांव पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद विधायक व पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी से बंद कमरे में गुफ्तगू की. सियासी गलियारे में इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं. हालांकि सिद्दीकी ने इस दौरान किसी राजनीतिक चर्चा से इन्कार किया है.मालूम हो कि सीएम के आगमन पर एनडीए के प्रमुख दल भाजपा के नेता अनुपस्थिति थे.
उस समय स्थानीय भाजपा सांसद गोपालजी ठाकुर परिसदन में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बाढ़ को लेकर समीक्षात्मक बैठक कर रहे थे. बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण व स्थिति की समीक्षा करने पहुंचे मुख्यमंत्री सभा स्थल पर करीब 25 मिनट रुके.
इसके बाद 2:10 बजे वहां से ढाई किलोमीटर दूर रूपसपुर स्थित स्थानीय विधायक श्री सिद्दीकी के आवास पर पहुंचे. वहां करीब 10-15 मिनट तक दोनों एक कमरे में बातचीत करते रहे. वहां पहुंचे पत्रकारों को आवास परिसर में ही रोक दिया गया. गुफ्तगू के बाद जब सीएम वहां से निकलने लगे, तो पत्रकारों ने बयान लेना चाहा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और सीधे गाड़ी में बैठ गये. मदरसा फुरकानिया बघेला घाट के निकट बने हेलीपैड चले गये. हेलीकॉप्टर से 2:40 बजे वह लौट गये.
सिद्दीकी ने राजनीतिक चर्चा से किया इन्कार
राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अब्दुल वारी सिद्दीकी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा से इन्कार किया है. उन्होंने फोन पर बताया कि मैं अपने गांव में था. फोन पर सीएम के सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री आपके यहां चाय पीना चाहते हैं. मैंने कहा-स्वागत हैं.
मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव सहित अधिकारियों का दल भी था. सभी ने चाय पी. कोई राजनीतिक बात नहीं हुई. उन्होंने सवाल किया कि इतने लोगों के बीच कोई राजनीतिक बात होगी क्या? यह सामान्य सी बात है. वह तो मुख्यमंत्री है. किसी के यहां अगर कोई आम व्यक्ति भी चाय पीना चाहेगा तो कोई इन्कार नहीं करेगा. इसका कोई दूसरा मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए.
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