पर्यटन के क्षेत्र में विकास की बेहद संभावनाएं हैं. जरूरत है, तो बस इसको समझने की और इसका विस्तार करने की. भारत के संदर्भ में अगर देखें, तो यहां केवल सभ्यता-संस्कृति, मिट्टी, भोजन आदि में विविधताएं नहीं हैं, बल्कि देश के हर राज्य में कई ऐसे स्थल हैं, जिन्हें पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जा सकता है और विकास के पथ पर अग्रसर होकर बढ़ा जा सकता है.
कई राज्यों ने ऐसा किया भी है और कई राज्य इस विचार को लेकर काम भी कर रहे है. झारखंड सरकार को भी जरूर इस क्षेत्र में विशेष ध्यान देना चाहिए. इससे बेरोजगारी में कमी तो आयेगी ही, और राज्य भी विकास करेगा.