वसुंधरा राजे के राज पर प्रश्नचिह्न
राजस्थान में दो लोकसभा और एक विधानसभा के उपचुनाव के नतीजों ने आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों में हवा का रुख स्पष्ट है कि प्रदेश बीजेपी के लिये सब कुछ ठीक नहीं है. उपचुनाव में बीजेपी को एक सीट भी नहीं मिली. प्रदेश के कई मंत्रियो ने जनता से जुड़ने का प्रयास किया था, लेकिन नतीजा […]
राजस्थान में दो लोकसभा और एक विधानसभा के उपचुनाव के नतीजों ने आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों में हवा का रुख स्पष्ट है कि प्रदेश बीजेपी के लिये सब कुछ ठीक नहीं है.
उपचुनाव में बीजेपी को एक सीट भी नहीं मिली. प्रदेश के कई मंत्रियो ने जनता से जुड़ने का प्रयास किया था, लेकिन नतीजा पक्ष में नहीं आया. इन नतीजों के बाद स्वराज के दावा करने वाली मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के स्वराज पर प्रश्नचिह्न लग गया है.
सरकार की योजना अंतिम व्यक्ति और आम आदमी तक पहुंचने में नाकाम रही है. चार साल पहले सुराज के वादों के साथ युवाओं को 15 लाख नौकरी देने का वादा पूरा नहीं कर पा रही है. आगामी विधानसभा चुनाव में एक बार बीजेपी-एक बार कांग्रेस की चली आ रही परंपरा कायम रह सकती है.
महेश कुमार, इमेल से