शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने मदरसों से आतंकवाद फैलाने की बात कहते हुए मदरसा शिक्षा खत्म करने की मांग की है.जिस चीज से देश के लिए खतरा है और जिससे देश का नाम खराब हो रहा है, उस की जांच कर उस पर तुरंत रोक लगाना ही उचित होगा. देश में धर्म के नाम पर किस तरह के विचार बच्चों को सिखाये जा रहे हैं, इस पर केंद्र, राज्य सरकारों का ध्यान होना चाहिए. धर्म की बात है इसलिए इस विषय की गहराई में जाने की कोशिश नहीं की जाती है और यही होते रहने से मदरसों की हालत क्या है यह बताना पड़ा है.
ऐसे विषयों की गहराई को देखते हुए हर एक बात को धर्म के दृष्टिकोण से न देखते हुए, उस पर बच्चों के भविष्य को सामने रखकर देखा जाना आज की जरूरत है. ऐसी मांग करने का समय क्यों आया है? इसका विचार कर ही इस मांग की तरफ देखकर उस पर मत रखना चाहिए.
वैजयंती सूर्यवंशी, इमेल से