मेदिनीनगर : मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के लोगो को पेयजल संकट से स्थायी तौर पर निजात मिले, इस कार्य योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. मेदिनीनगर नगर निगम का इलाका अभी भीषण जल संकट झेल रहा है. जल संकट झेल रहे लोगों को इस समस्या से निजात मिले, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में टैंकर से निगम के 35 वार्ड में जलापूर्ति करायी जा रही है.
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शुद्ध पेयजल निगम की प्राथमिकता है
मेदिनीनगर : मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के लोगो को पेयजल संकट से स्थायी तौर पर निजात मिले, इस कार्य योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. मेदिनीनगर नगर निगम का इलाका अभी भीषण जल संकट झेल रहा है. जल संकट झेल रहे लोगों को इस समस्या से निजात मिले, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था के […]
इसमें प्रतिवर्ष औसतन 60 से 70 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं. ऐसे में निगम इस पहलू पर विचार कर रही है क्यों नहीं टैंकर से जलापूर्ति से आने वाले खर्च को पाइप लाइन बिछाये जाने में किया जायेगा, ताकि लोगों को नियमित पानी मिल सके.
इसे लेकर शनिवार को मेदिनीनगर नगर निगम की मेयर अरुणा शंकर ने पंपू कल, सुदना जलापूर्ति, शाहपुर जलापूर्ति का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान मेयर श्रीमती शंकर ने कहा कि शुद्ध पेयजलापूर्ति निगम की प्राथमिकता है. इस मामले में यदि किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही बरती गयी, तो इसके लिए जो भी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा. निरीक्षण के दौरान मेयर श्रीमती शंकर ने कहा कि जल संकट दूर हो, इस दिशा में पूरी सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. जल्द ही शहर के प्रमुख स्थानों पर आरअो लगाया जायेगा.
साथ ही पानी का एटीएम भी लगाया जायेगा, ताकि लोगो को सस्ते दर पर पानी उपलब्ध कराया जा सके. क्योंकि अभी यह देखा जाता है की शहर और आसपास से आने वाले लोगों बोतलबंद पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझाते हैं. यदि ऐसे में जगह-जगह पर पानी का एटीएम लगाकर शुद्ध पेयजल की सुविधा उपलब्ध करा दी जायेगी, तो लोगों को काफी सहूलियत होगी, इसे ध्यान में रखकर इस योजना पर कार्य किया जा रहा है.
शहर को जाम से मिले निजात इसके लिए भी पहल : मेयर अरूणा शंकर ने कहा की निश्चित तौर पर मेदिनीनगर शहर के लिए जाम एक प्रमुख समस्या बन चुकी है. जाम से शहर को निजात मिले, इसके लिए भी कदम उठाये जा रहे है. शहर के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान और मॉल मालिकों को नोटिस भेजा रहा है कि वह अपने पार्किंग की व्यवस्था करें. वैसे मार्केटिंग कांपलेक्स या मॉल जिनके पास पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. वह ग्राउंड फ्लोर तोड़ कर पार्किंग की व्यवस्था करे.
यदि ऐसा नहीं करते, तो नियम के अनुसार मॉल और मार्केट कांपलेक्स को सील करने की भी कार्रवाई की जायेगी. क्योंकि शहर में जाम का एक प्रमुख कारण यह भी है. इसके अलावा जल्द ही निगम क्रेन की व्यवस्था कर रही है. इसमें बड़े शहरों के तर्ज पार्किंग स्थल से इत्तर गाडी खड़ा करने वालों का वाहन जब्त होगा. इसे लेकर जल्द कार्रवाई शुरू की जायेगी. निरीक्षण के दौरान मेयर के साथ कार्यपालक पदाधिकारी विनित कुमार, वार्ड पार्षद राजीव कुमार, अहिल्या गुप्ता, पीएचईडी के छोटेलाल गुप्ता, भोला पांडेय आदि शामिल था.
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