मेदिनीनगर : छहमुहान स्थित जामा मसजिद के पेश इमाम मुफ्ती मोहम्मद शाहनवाज कासमी ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना अपने आखिरी दौर में पहुंच चुका है. वे लोग बड़े ही खुशनसीब हैं,जो रमजानुल माहे मोबारक का एहतराम किया है.
इसलाम धर्म में सभी स्वस्थ्य मुस्लमानों को रमजान माह में रोजा रखने का हुक्म है, जो लोग इस पवित्र माह के महत्व को समझते हैं, वे रोजा रखते हैं. लेकिन उनलोगों का ही रोजा कबूल होता है, जो नेक नियत के साथ एक माह तक रोजा रखते हुए अल्लाह की इबादत में अपना समय गुजारते हैं. तरावीह की नमाज अदा करते हैं और फितरा अदा करते हैं.