कराची : पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में पिछले हफ्ते चुनावी सभा में फिदायीन हमला करने वाले आतंकवादी की पहचान हो गई है. यह हमलावर दो साल पहले विदेशी ताकतों से ‘ जिहाद ‘ करने के लिए अफगानिस्तान चला गया था. चुनावी सभा में हुए फिदायीन हमले में 149 लोगों की मौत हो गई थी.
आतंकवाद निरोधक विभाग में उप महानिरीक्षक एतजाज अहमद गोराया ने बताया कि हमलावर की शिनाख्त हफीज नवाज के तौर पर हुई है जो मीरपुर सकरो का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि हमलावर की पहचान उसके हाथ से हुई जो घटनास्थल से मिला था.
अफसर ने बताया , ‘‘ नुक्कड़ सभा के दौरान फिदायीन हमलावर चौथी कतार में बैठा था. विस्फोट करने से पहले वह मंच के पास जाकर खड़ा हो गया था.” हमलावर के परिवार ने पुष्टि की है कि उनका बेटा ‘‘ विदेशी ताकतों से जिहाद करने के लिए दो साल से अफगानिस्तान में था. ”
13 जुलाई को हुए विस्फोट में 149 लोगों की मौत हो गई थी और तकरीबन 200 लोग जख्मी हो गए थे. यह देश के इतिहास का सबसे घातक हमला बन गया है. पीबी -35 (मस्तुंग) से प्रत्याशी नवाब सिराज सैसानी की भी हमले में मौत हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी.