इस्लामाबाद : पाकिस्तान में सेना की आलोचना करने वाले एक पत्रकार ने आज यहां कहा कि उन पर हथियारों से लैस लोगों ने हमला कर दिया और इसके बाद उनके अपहरण का प्रयास किया गया, लेकिन वह बाल-बाल बच गए.
वर्ष 2014 में फ्रांस के सर्वोच्च पत्रकारिता पुस्कार अलबर्ट लांड्रेस पुरस्कार से नवाजे गए ताहा सिद्दीकी ने बताया कि वह रावलपिंडी में हवाईअड्डे जा रहे थे कि तभी उन पर लगभग एक दर्जन लोगों ने हमला कर दिया और अपहृत होने से पहले वह किसी तरह वहां से निकल भागने में सफल हुए. इस दौरान मारपीट में उन्हें हल्की चोट भी आयी है.