लाहौर : पाकिस्तान के कासुर शहर में सात साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी. इस घटना को लेकर पूरे पाकिस्तान में जबर्दस्त गुस्सा है. लोग इस कदर आहत हैं कि पाकिस्तान की समा टीवी की न्यूज एंकर किरण नाज एक लाइव शो में अपनी नन्हीं-सी बेटी को लेकर पहुंचीं और उसे गोद में बिठा कर समाचार पढ़ा. उन्होंने इसके जरिये बतौर एक मां बड़ा मार्मिक संदेश दिया.
उन्होंने बुलेटिन की शुरुआत पूरी भावुकता से की, ‘आज मैं टीवी होस्ट किरण नाज नहीं, बल्कि एक मां की हैसियत से अपनी बच्ची के साथ यहां बैठी हूं.’ उन्होंने कहा, ‘जनाजा जितना छोटा होता है, वह उतना ही भारी होता है. आज एक ऐसा ही जनाजा कासुर की सड़कों पर रखा हुआ है और पूरा पाकिस्तान उसके बोझ तले दबा हुआ है. उधर मां-बाप अरब में बैठकर दुआ कर रहे थे और इधर कासुर में दरिंदा उस बच्ची की जिंदगी की डोर काट रहा था.’ उनके इस अंदाज ने पूरी दुनिया को ऐसी घटनाओं के प्रति नफरत और चिंता से भर दिया. बुलेटिन का यह हिस्सा तमाम मीडिया में वायरल हुआ. वह पाकिस्तान की लोकप्रिय एंकर हैं.
बच्ची की मौत पर बवाल, प्रदर्शन में दो की मौत
बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या होने और लाश के कूड़े से बरामद होने पर जनाक्रोश भड़क उठा. एक तरफ भीड़ पुलिस के खिलाफ नारे लगा रही थी, वहीं पुलिस बच्ची की लाश मिलने के बाद उसके परिवारवालों को देने से बच रही थी. पुलिस को आशंका थी कि कहीं लोगों के बीच फैला तनाव दंगे की शक्ल अख्तियार न कर ले. लोगों को शांत कराने आयी पुलिस ने भीड़ पर गोलियां चला दीं, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी और दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये.
सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान हत्यारों को खोजेगी आइएसआइ
बच्ची के पिता मोहम्मद आमीन ने कहा कि पुलिस ने जल्द कोई कदम उठाया होता तो मेरी बेटी को बचाया जा सकता था. पुलिस गुनहगारों को बचा रही है. उन्हें पंजाब पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा, ‘मैंने सेना प्रमुख और पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश से न्याय मांगा है क्योंकि पंजाब की सरकार और पुलिस पर मुझे भरोसा नहीं है.’ इधर, पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए हत्यारों को खोजने में आइएसआइ व सेना की खुफिया सेवा को पुलिस को मदद देने को कहा.
दो साल पहले गैंग ने 280 बच्चों को बनाया था अपना शिकार
पिछले दो साल के भीतर कासुर शहर में होने वाली यह दूसरी घटना है. इससे पहले 2015 में भी बच्चों को अगवा कर उनका यौन शोषण करने वाली एक गैंग के बारे में पता चला था. उस गैंग ने 280 बच्चों को अपना शिकार बनाया था. इन घटनाओं को लेकर पूरे पाकिस्तान में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है.