कोलंबो : विवादों में फंसे श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया. रानिल विक्रमसिंघे रविवार (16 दिसंबर) को फिर से प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गयी है. इससे पहले, राजपक्षे के बेटे नमाल राजपक्षे ने ट्वीट किया, ‘देश में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे ने राष्ट्र को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है.’
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरीसेना ने हाल ही में रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर महिंद्रा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया था, जिससे देश में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया था. यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने राजपक्षे की नियुक्ति को अवैध करार दे दिया था. इसलिए राजपक्षे का इस पद पर बने रहना नामुमकिन हो गया था. सांसद शेहन सेमासिंघे ने संवाददाताओं को बताया कि राजपक्षे ने यूनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम एलायंस (यूपीएफए) के सांसदों को बताया कि उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है.
राष्ट्रपति ने शुक्रवार को उनसे फोन पर बातचीत की थी. विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) ने कहा कि बातचीत के दौरान तय हुआ कि वह रविवार को सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.
राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरीसेना ने एक विवादास्पद कदम के तहत 26 अक्टूबर को रानिल विक्रमसिंघे को हटाकर राजपक्षे को प्रधानमंत्री बनाया था, जिसके बाद देश में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया था. विक्रमसिंघे ने अपनी बर्खास्तगी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
समाचार पत्र ने कहा कि नये मंत्रिमंडल को सोमवार को शपथ दिलायी जायेगी. इसमें श्रीलंका फ्रीडम पार्टी के छह सांसदों सहित कुल 30 सदस्य होंगे.