कोलंबो : श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए धमाकों के बाद आज सोमवार की आधी रात से आपातकाल लगाया जाएगा, जिससे सुरक्षाबलों की आतंकवाद निरोधक शक्तियां बढ़ेंगी. इन धमाकों में अबतक 290 लोगों की मौत हो गयी और 500 से अधिक अन्य घायल हो गये है. राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की एक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया.
राष्ट्रपति की मीडिया इकाई के बयान के अनुसार एनएससी ने आधी रात से सशर्त आपातकाल लगाने का निर्णय लिया है. बयान के अनुसार यह उपाय आतंकवाद को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है, इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित नहीं होगी. सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की है.
गौरतलब है कि श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर किए गए सिलसिलेवार बम धमाकों को सात आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया था. सरकारी विश्लेषक विभाग ने सोमवार को यह दावा किया.‘संडे टाइम्स’ ने सरकारी विश्लेषक विभाग के हवाले से कहा, ‘‘ शांगरी ला, सिनामोन ग्रैंड, किंग्सबरी होटलों और सेंट एंथनी गिरजाघर, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर और बट्टिकलोवा के जियोन गिरजाघर में किए गए विस्फोट आत्मघाती हमले थे.’
पुलिस ने इस सिलसिले में 24 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इस बीच मीडिया में आयी खबरों के अनुसार एनटीजे (नेशनल तोहिद जमात) के अहम गिरजाघरों पर फिदायीन हमले करने की योजना बनाने की जानकारी मिली थी. एनटीजे श्रीलंका का कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है.