रजौली : दारोगा के कर्तव्यों व निभायी जाने वाली ड्यूटियों को भविष्य में करने से पहले प्रशिक्षण प्राप्त करने आये रजौली थाने में कई दारोगा चैन की नींद ले रहे हैं. थानाध्यक्ष भी इसके प्रति बेपरवाह दिखाई पड़ रहे हैं. उन्होंने भी कर्तव्यों के निर्वहन के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया. गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा नये बहाल किये गये दारोगाओं को नवादा एसपी हरि प्रसाथ एस द्वारा जिले के थानों में प्रशिक्षण के लिए भेजे गये हैं. रजौली थाने में भी 10 एसआइ को प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है.
रजौली थाने में प्रशिक्षण के बजाय आराम फरमा रहे प्रशिक्षु दरोगा
रजौली : दारोगा के कर्तव्यों व निभायी जाने वाली ड्यूटियों को भविष्य में करने से पहले प्रशिक्षण प्राप्त करने आये रजौली थाने में कई दारोगा चैन की नींद ले रहे हैं. थानाध्यक्ष भी इसके प्रति बेपरवाह दिखाई पड़ रहे हैं. उन्होंने भी कर्तव्यों के निर्वहन के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया. गौरतलब है कि राज्य […]
लेकिन, प्रशिक्षण लेने की बजाय सब इंस्पेक्टर (एसआइ) थाने में सोते हुए नजर आ रहे हैं. जिन दारोगाओं के कंधों पर आम लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वे ही प्रशिक्षण के क्रम में ही थाने में किस प्रकार से बेपरवाह हैं. इसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है. प्रशिक्षण प्राप्त करने आये एक एसआइ कुर्सी पर बैठ कर सो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एक एसआइ कुर्सी पर बैठे हैं और टेबल पर सिर रखकर बगैर किसी चिंता के आराम फरमा रहे हैं.
जहां पर दिन में थाने में दर्जनों लोग अपनी फरियाद को लेकर आते हैं, वहीं उनकी फरियाद सुनने वाली पुलिस कुर्सी पर बैठकर आराम फरमा रही है. रजौली पुलिस का हाल वाकई में चिंताजनक है.एक तरफ कहीं किसी भी घटनाओं के घटने के बाद सूचना देने के बाद लोगों को पुलिस का इंतजार रहता है तो रजौली पुलिस के साथ-साथ प्रशिक्षण के लिए आये दारोगा भी दिन में ही थाने के सिरिस्ता पर बैठकर तो कोई चौकी पर लेट कर नींद की झपकियां ले रहे हैं. ऐसे में ये एसआइ लोगों के लिए कितना काम करेंगे, यह तो आने वाला समय ही बतायेगा.
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