Advertisement
मलमास मेला : श्रद्धालुओं ने ब्रह्मकुंड में लगायी डुबकी
बिहारशरीफ : मलमास मेले के उद्घाटन होने के पूर्व से ही ब्रह्मकुंड में स्नान करने या डुबकी लगाने वालों की लंबी कतार लगी हुई थी. मलमास मेला के प्रथम दिन करीब एक लाख से अधिक लोगों ने ब्रह्मकुंड स्नान का लाभ उठाया. सुबह से लेकर देर संध्या तक ब्रह्मकुंड में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं […]
बिहारशरीफ : मलमास मेले के उद्घाटन होने के पूर्व से ही ब्रह्मकुंड में स्नान करने या डुबकी लगाने वालों की लंबी कतार लगी हुई थी. मलमास मेला के प्रथम दिन करीब एक लाख से अधिक लोगों ने ब्रह्मकुंड स्नान का लाभ उठाया. सुबह से लेकर देर संध्या तक ब्रह्मकुंड में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई थी. मलमास मेला के दौरान ब्रह्मकुंड में स्नन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा सख्त व्यवस्था की गयी थी. ब्रह्मकुंड जाने वाले रास्ते में बैरिकेटिंग करके पुरूषों के लिए अलग व महिलाओं के लिए अलग रास्ते बनाये गये हैं.
भीड़ पर नियंत्रण के लिए पर्याप्त संख्या में पुलस बल की तैनाती की गयी है. लाउड स्पीकर लगा कर भीड़ को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया जा रहा है. ब्रह्मकुंड में अधिक भीड़ हो जाने पर मुख्य द्वार पर ही श्रद्धालुओं को रोक दिया जा रहा है. ब्रह्मकुंड में भीड़ कम होने के बाद श्रद्धालुओं के जत्थे को अंदर जाने दिया जाता है.
मलमास मेला में कुंड स्नान करने के लिए दूसरे प्रदेशों से बड़ी संख्या में लोग राजगीर पधारे हैं. पश्चिम बंगाल की माधुरी देवी, देवघर की रानी देवी, उड़ीसा की श्यामली अपने परिवार के साथ मलमास मेला में पहुंची है. इन लोगों ने बताया कि पुरूषोत्तम मास में मलमास मेला लगता है. इस मेले का पौराणिक व धार्मिक महत्व है. देवी-देवताओं की इस पवित्र भूमि पर स्नान-ध्यान से पुण्य की प्राप्ति होती है तथा कष्ट दूर होते हैं.
Advertisement