बिहारशरीफ : रबी फसलों की कटाई चल रही है. कटाई के बाद किसान खेतों में बचे फसलों के अवशेष में आग लगा देते हैं, जिससे उर्वरा शक्ति कम होती है. किसानों को ऐसा करने से बचना चाहिए. फसलों की कटाई के बाद खेतों में आग नहीं लगायें. इससे खेतों की उर्वरा शक्ति कम होती है और पोषक तत्वों पर बुरा असर पड़ता है. खेतों में कई तरह की पोषक तत्व मौजूद होते हैं. खेतों में केंचुए भी रहते हैं, जो खेतों के लिए फायदेमंद होता है. सूखी जमीन की गहराई में भी केंचुए रहते हैं.
केंचुए जैविक खाद के रूप में फसलों के लिए काम करती है. जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि फसलों की कटाई के बाद अवशेष को जमीन पर ही रहने दें, जो सड़-गल कर जैविक खाद बनते हैं. इससे फसलों की अच्छी उपज होती है. इसलिए किसानों को खेत में आग लगान से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाये रखने के लिए खेतों में हमेशा जैविक खाद का प्रयोग किया जाना चाहिए. उन्होंने किसानों से अपील की है कि रबी फसलों की कटाई के बाद खेतों में आग नहीं लगाएं. जिले के किसान खरीफ फसलों की खेती की तैयारी में जुट जाएं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं.