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बाढ़ का कहर : चार स्लुइस गेट से रिसाव, नाजिरपुर न्यू बालूघाट में घुसा बाढ़ का पानी

राजकुमार शहर के कई नये मोहल्लों में फैला बूढ़ी गंडक का पानी मुजफ्फरपुर : बूढ़ी गंडक का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. पानी बढ़ने के साथ ही गुरुवार को नाजिरपुर, अब्दुलनगर, चंदवारा व राजा पुनास स्लूइस गेट से पानी का रिसाव शुरू हो गया. इससे दर्जन भर मोहल्ले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. […]

राजकुमार
शहर के कई नये मोहल्लों में फैला बूढ़ी गंडक का पानी
मुजफ्फरपुर : बूढ़ी गंडक का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. पानी बढ़ने के साथ ही गुरुवार को नाजिरपुर, अब्दुलनगर, चंदवारा व राजा पुनास स्लूइस गेट से पानी का रिसाव शुरू हो गया. इससे दर्जन भर मोहल्ले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
बुधवार को वार्ड 12 व 14 के स्लुइस गेट से रिसाव होने पर पंपिंग सेट लगा कर पानी निकाला गया गया था. इधर, पानी के रिसाव को देखकर इनके आसपास के मोहल्ले के लोगों में बेचैनी बढ़ गयी है. लोग नये मोहल्लों में किराये पर घर ढूंढ़ने लगे हैं. वहीं मुशहरी सीओ इन इलाकों में जल संशाधन विभाग के इंजीनियर के साथ बांध की निगरानी करने में जुटे हैं.
बांध पर कई परिवारों ने ले ली शरण. चंदवारा स्लुइस गेट से भी रिसाव शुरू होते ही कई परिवार के लोगों ने बांध पर शरण ले ली है. बांध के दूसरी तरफ रहने वाली किस्मत देवी अपने तीन वर्षीय पुत्र राजू को लेकर बांध पर आ गयी है. उसने बताया कि कल दरवाजे पर पानी थी. लेकिन गुरुवार को तो घर के अंदर डूबने तक पानी आ गया. कुछ समान रह गया था. उसे निकाल कर बच्चे के साथ बांध पर आयी है.
बाढ़ राहत शिविर में चलेगी विशेष कक्षा. बाढ़ राहत शिविरों में प्रभावित बच्चों की विशेष कक्षा चलेगी. इसका निर्देश राज्य परियोजना निदेशक ने सभी डीईओ को दिया है. उन्होंने कहा है कि जिन इलाकों में बाढ़ आयी है और स्कूल बंद हैं, वहां बच्चों की विशेष कक्षा चलायी जाये. इस कक्षा में रचनात्मक काम कराये जाएं. राज्य परियाेजना निदेशक ने अपने पत्र में कहा है कि बाढ़ प्रभावित बच्चे मानसिक रूप से परेशानी में रहते हैं.
सुबह स्कूल गयी थी तो
सूखा था, लौटी तो मां नाव लेकर खड़ी थी
नाजिरपुर स्लुइस गेट से गुरुवार की अहले सुबह से ही रिसाव शुरू हो गया. गेट से अधिक पानी के रिसाव के कारण नाजिरपुर, अहियापुर, चाणक्यपुरी आदि मुहल्लों के लोग दहशत में है. इन मुहल्लों में सबसे अधिक लोग किराये पर ही रहते हैं.
संजय सिंह ने बताया कि वह अब दूसरे मुहल्ले में किराये पर घर ढूंढ रहे हैं. इधर पूर्व विधायक मुसाफिर पासवान के मोहल्ले में रहने वाली राधा गांव के प्राथमिक स्कूल में तीसरी कक्षा की छात्रा है. सुबह जब स्कूल गयी थी तो घर सूखा था‍. लेकिन दोपहर को लौटी तो मां नाव लिये इंतजार कर रही थी. वह नाव से अपने घर तक पहुंची.
नदी ने उजाड़ा घर, तो बांध पर बनाया आशियाना
मुजफ्फरपुर : नदी ने पुनीता देवी का घर छीन लिया. बाढ़ का पानी घर में घुस जाने से उनके पास कोई छत नहीं रही. अब पुनीता और उनका परिवार बांध के आसरे है और उसी पर आशियाना बना रहा है. पुनीता की तरह सैकड़ों लोग बाढ़ से घिर कर बांध पर डेरा डाल रहे हैं.
बालूघाट के वार्ड 15 में बुधवार रात पानी बढ़ जाने से सैकड़ों घर पानी से घिर गये. घर में पानी आ जाने से लोग बालूघाट बांध और चंदवारा बांधा पर प्लास्टिक की छत तैयार कर रहे हैं. इसी वार्ड की रीना महतो ने बताया कि बाढ़ के पानी में उनके कई सामान खराब हो गये. वे अपने बच्चों के साथ बांध पर घर बनाने की तैयारी कर रही हैं. रिक्की पटेल का घर भी डूब गया है. उन्होंने बताया कि चारों तरफ पानी है, इसलिए एक ट्यूब के सहारे मुख्य सड़क तक आते हैं.
किसी तरह गुजारा हो रहा है. वार्ड 15 से कुछ दूर आगे जगन्नाथ मिश्र कॉलेज रोड स्थित बांध पर रीना देवी का परिवार बांध पर चौकी रख अपना हिस्सा तय कर रहा है. सूरज ने बताया कि घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है, इसलिए सामान बांध पर रख रहे हैं. फिलहाल बांध ही आसरा है. बालूघाट और चंदवारा के बीच कई बच्चियां व महिलाएं सिर पर सामान लेकर सुरक्षित जगहों की ओर जाते दिख रही हैं.
जान जाेखिम में डाल काेचिंग जा रहे छात्र
हनुमंतनगर मोहल्ले में घुसा पानी
मुजफ्फरपुर : शहर के हनुमंत नगर, न्यू बालू घाट मोहल्ले में भी कमर भर पानी आ गया है. इन मुहल्लों में दर्जनों निजी लॉज स्थित है. इन लॉजों में सकड़ों की संख्या में गांव के छात्र रह कर शहर के कॉलेज व विवि में पढ़ाई करते हैं. लॉजों में पानी घुस जाने से छात्र लॉज में ही सिमट गये हैं. जान जोखित में रख कर वे कॉलेज व कोचिंग आते जाते हैं.
मुहल्ले में बने भवन तो ऊंचे हैं. लेकिन सड़क बहुत नीचे हैं. इसके कारण सड़कों पर चार से पांच फुट पानी लग गया है. छात्र कोचिंग व कॉलेज जाने के लिए जुगाड़ नाव बना लिये हैं. जान जाखिम में डाल कर छात्र पानी पार कर रहे हैं. जुगाड़ नाव के पलटने का खतरा भी बना रहता है. सुबोध कुमार व सचिन कुमार ने बताया कि वह इंटर का छात्र है. लॉज में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. थर्मोकॉल से बने नाव से पानी पार कर रहे हैं. काेचिंग चालू है. इसके लिए जाना पड़ता है.
पानी आने पर गया ससुराल, लौटा तो घर में चोरी
अहियापुर के छिंटभगवतीपुर मुहल्ले में भी गुरुवार को पानी घुस गया है. लोग घर को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर जाना शुरू कर दिये हैं. कुछ लोगों अपने बच्चों को ससुराल व संबंधी के घर पहुंचा रहे हैं, ताकि वह सुरक्षित रहे. गांव के श्याम साह ने बताया कि बाढ़ का पानी अब घर में आ गया है. सुबह में स्थित को देखने हुए पत्नी व बच्चों को अपने ससुराल दामोदरपुर छोड़ आया. परिवार के लोगों को छोड़ कर आया तो घर से गैस सिलेंडर व टीवी गायब था.
31 जुलाई तक पशुओं को दिया जायेगा टीका
मुजफ्फरपुर : बाढ़ग्रस्त इलाके सहित अन्य स्थानों पर डकहा व लंगड़ी बुखार से बचाव के लिए पशुओं को दी जाने वाली टीकाकरण कार्य प्रारंभ हुआ. 31 जुलाई तक टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा. पांच लाख 46 हजार पशुओं को मुफ्त में टीकाकरण किया जायेगा. अभी तक 36 हजार पशुओं को टीका दिया गया. जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि बाढ़ ग्रस्त इलाके में इस टीकाकरण अभियान से पशुओं को रोग से बचाव होगा. दोनों बीमारी काफी गंभीर है. इसमें पशुओं की जान जा सकती है.
मुजफ्फरपुर : जिले में बाढ़ की स्थिति एवं प्रशासन की ओर से चलाये जा रहे राहत कार्य की जानकारी देते हुए डीएम आलोक रंजन घोष ने कहा कि बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है, लेकिन बागमती व लखनदेई का पानी घटने लगा है. हालांकि बागमती नदी खतरे के निशान से अभी भी ऊपर है.
उन्होंने कहा कि जिन इलाकों से बाढ़ का पानी उतर रहा है, वहां बीमारी फैलने की आशंका है. इससे बचाव के लिए पीएचइडी एवं स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है. बूढ़ी गंडक नदी के सिकंदरपुर स्थित स्लुइस गेट से रिसाव होने की चर्चा करते हुए कहा कि गेट को ठीक से जाम कर दिया गया है. पानी का रिसाव नहीं हो रहा है. अभियंताओं को तटबंध पर लगातार नजर रखने की हिदायत दी गयी है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को स्वच्छ पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़े, इसके लिए व्यवस्था की जा रही है. राहत शिविरों में स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए वाटर टैंकर के अलावा जलदूत की व्यवस्था की गयी है.
पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता को चापाकल में हैलोजन का टैबलेट अभियान के तौर पर डालने का निर्देश दिया गया है. प्रभावित परिवार को छह हजार रुपये की राहत राशि दी जायेगी. इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है. 49,459 परिवार का डाटा तैयार हो गया है. मीनापुर व कांटी में सर्वे चल रहा है.
बाढ़ की चपेट में पांच प्रखंड
गंडक, बूढ़ी गंडक, लखनदेई एवं बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से पांच प्रखंडों औराई, कटरा, गायघाट,मीनापुर एवं कांटी के 88 गांव बाढ़ से घिरे हैं. करीब एक लाख आबादी इससे प्रभावित है. डीएम ने कहा कि बचाव कार्य में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की चार टीम जुटी हुई है. बाढ़ क्षेत्र में आवागमन के लिए 66 नावों का उपयोग हो रहा है. बांध के रेनकट की मरम्मत का काम तेजी में चल रहा है.
सीतामढ़ी में 561 गांवों में बाढ़ 17 लाख आबादी प्रभावित
मुजफ्फरपुर : प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल एवं डीआईजी रविंद्र कुमार ने गुरुवार को सीतामढ़ी समाहरणालय सभाकक्ष में डीएम-एसपी समेत सभी वरीय पदाधिकारियो के साथ बाढ़ राहत कार्यो का समीक्षा किया. प्रमंडलीय आयुक्त ने जिले में बाढ़ राहत कार्यो पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें तेजी लाने की आवश्यकता है.
सूबे में सबसे अधिक लोग सीतामढ़ी में ही प्रभावित हुए है.उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद कई प्रकार की बीमारियां फैलने की संभावना होती है. समीक्षा में बताया गया कि156 सामुदायिक किचेन में 55000 लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे है. प्रभावित गांव की संख्या 561 है. प्रभावित लोगों के बीच सूखा राशन का भी वितरण हो रहा है. अभी तक 10400 प्लास्टिक शीट्स बाटें गये है.कल से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव युद्ध स्तर पर शुरू किया जायेगा.डीएम ने बताया कि जिले के 16 प्रखंड के 179 पंचायत 17 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है. 44 मोटर बोट एवं 120 नाव जिले में उपलब्ध हैं.
जिसे राहत कार्य मे लगाया गया है.प्रमंडलीय आयुक्त एवं डीआईजी ने डीएम-एसपी के साथ डुमरा पंचायत भवन में चल रहे राहत केंद्र एवं सामुदायिक रसोई का भी जायजा लिया.
अहियापुर थाना में चलने लगी नाव शेखपुर के नये मुहल्ले में भी घुसा पानी
मुजफ्फरपुर : अहियापुर आदर्श थाना के सामने चार फीट तक पानी भर गया है. थाने में आने जाने के लिए नाव की व्यवस्था की गयी है. थाने के सभी गाड़ी को भी सड़क पर ही लगाया गया है. अधिकारी के साथ फरियादी भी नाव से थाना भवन में पहुंच रहे है. प्रभारी थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने लोगों तक पुलिस की पहुंच हो सके, इसके लिए थाना में नाव की व्यवस्था की गयी है.
ट्यूब से बना रहे नाव
नदी के जलस्तर बढ़ने से शेखपुर गांव के नये मुहल्ले में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. बैरिया रोड दादर पुलिस के दोनों तरफ बसे मुहल्ले में बाढ़ के पानी घुस गया है. मुहल्ले के लोगों ने बड़े वाहन के टयूब में हवा भर कर उसे नाव के रूप में इस्तेमाल कर रहे है.

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