मुख्य अभियुक्त की जल्द हो गिरफ्तारी
जिले के सभी बीडीओ गये दो दिवसीय हड़ताल पर, प्रखंडों का कामकाज ठप
मुख्य अभियुक्त की जल्द हो गिरफ्तारी मधेपुरा : भय व असुरक्षा के माहौल में कार्य निष्पादन संभव नहीं है. असामाजिक तत्व द्वारा प्रखंड िवकास पदाधिकारी पर हमले के मामले में जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक बीडीओ प्रखंड में कार्य नहीं करेंगे. इस बाबत गुरुवार से चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है, […]
मधेपुरा : भय व असुरक्षा के माहौल में कार्य निष्पादन संभव नहीं है. असामाजिक तत्व द्वारा प्रखंड िवकास पदाधिकारी पर हमले के मामले में जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक बीडीओ प्रखंड में कार्य नहीं करेंगे. इस बाबत गुरुवार से चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है, जिसके पहले चरण में सभी बीडीओ जिला मुख्यालय में उपस्थित रहकर संघ की उपस्थित रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर रहे है. इसके अलावा बीडीओ द्वारा सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल भी नहीं किया जा रहा है.
सिंहेश्वर व मधेपुरा बीडीओ अजीत कुमार, चौसा व पुरैनी के बीडीओ इरफान अकबर, उदाकिशुनगंज व बिहारीगंज बीडीओ मुर्शीद आलम, गम्हरिया बीडीओ ज्योति गामी, ग्वालपाड़ा बीडीओ अमित कुमार, मुरलीगंज बीडीओ ललन कुमार चौधरी, घैलाढ़ बीडीओ राघवेंद्र शर्मा, आलमनगर बीडीओ मिन्हाज आलम ने जिला मुख्यालय पहुंच कर संघ के उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर बनाया. मौके पर सभी बीडीओ ने डीएम मो सोहैल से मिलकर ज्ञापन सौंपा और कहा कि डीएम के स्तर से सचिव ग्रामीण विकास विभाग को लिखकर मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी गयी जाय. उन्होंने कहा कि सीवान के बड़हरिया बीडीओ पर 12 मार्च को जानलेवा हमला किया गया. इस हमले में बीडीओ को गंभीर चोट आयी है. अभी तक मुख्य अभियुक्त के गिरफ्तार नहीं होने से रोष है. संघ द्वारा 14 मार्च तक का अल्टीमेटम गिरफ्तारी के लिए दिया गया था.
अल्टीमेटम की अवधि के बाद संघ ने चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया है. इसके तहत गुरुवार व शुक्रवार को सभी बीडीओ जिला मुख्यालय में उपस्थित रहेंगे. संघ के उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करेंगे. इसके बाद भी अगर गिरफ्तारी नहीं होती है तो 16 मार्च की संध्या आंदोलन के अगले चरण के अनुसार निर्णय लेते हुए कार्य किया जायेगा.
हड़ताल का दिखा असर
प्रखंड िवकास पदाधिकारी के हड़ताल पर जाने से विकास कार्य पर प्रभाव पड़ना शुरू है. मार्च का महीना ऊपर से बीडीओ की हड़ताल. प्रखंडों में भटकते लोग कुल मिलकर स्थिति गंभीर है. सभी बीडीओ महज अपने साथी बीडीओ के हमलावर की गिरफ्तारी चाहते है. बीडीओ खुलकर कहते हैं भय व असुरक्षा के माहौल में काम करना मुश्किल है. ऐसी स्थिति में संगठित होकर नहीं रहने से और परेशानी बढ़ जायेगी. शंकरपुर बीडीओ आशा कुमारी ने भी मोबाइल पर वार्ता कर बीडीओ संघ को आश्वस्त किया कि वे भी हड़ताल में साथ है.