लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक पासपोर्ट ऑफिसर के पास अपने पासपोर्ट की फॉर्मैलिटी पूरी करने पहुंचे एक कपल की अर्जी बुधवार को इसलिए खारिज कर दी गयी, क्योंकि वो अलग-अलग धर्म से थे. हालांकि बाद में मामले के तूल पकड़ने के बाद इस कपल को पासपोर्ट मिल गया. दरअसल, लखनऊ के रतन स्कवायर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में एक महिला द्वारा पासपोर्ट अधिकारी पर धर्म के नाम पर अपमानित करने का आरोप लगाने के बाद अब विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर सख्ती दिखायी.
सूत्रों की मानें तो, इस मामले के प्रकाश में आने के बाद विदेश मंत्रालय ने आरोपी पासपोर्ट अधिकारी का तबादला कर दिया है. इसके साथ ही कार्यालय ने इस मामले पर पासपोर्ट कार्यालय से रिपोर्ट भी मांगी है. इस कपल को पासपोर्ट भी उपलब्ध करा दिया गया है. गौर हो कि बुधवार को लखनऊ के रतन स्क्वायर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में बुधवार को एक महिला ने पासपोर्ट अधिकारी पर धर्म के नाम पर अपमानित करने का आरोप लगाया था.
इस कपल ने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी ट्वीट किया था. तन्वी का आरोप था कि वह बुधवार को अपने पति और 6 साल की बच्ची के साथ पासपोर्ट बनवान के लिए पहुंचीं थीं. इस दौरान शुरुआती दो काउंटरों (ए और बी ) पर उनके आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो गयी, लेकिन जब वह तीसरे काउंटर पर पासपोर्ट अधिकारी के पास पहुंचीं तो वह उनके धर्म को लेकर अपमानित करने लगे.
ऐसे किया गया अपमानित
तन्वी ने आरोप लगाया कि वहां मौजूद कुछ अन्य कर्मचारी भी पासपोर्ट अधिकारी के साथ उनका मजाक बनाने लगे. जब वह काउंटर सी-5 पर पहुंचीं तो हालात और खराब हो गये. अधिकारी ने दस्तावेज देखने के बाद मुसलमान से शादी के बारे में सवाल-जवाब किया. उनका यह बर्ताव तन्वी को पसंद नहीं आया. इसी दौरान उनके पति अनस सिद्दीकी भी उनके पास पहुंच गये. आरोप है कि अधिकारी ने अपमानित करते हुए दोनों को एक ही सरनेम रखने की सलाह दे डाली. तन्वी और अनस ने इसका विरोध किया. जब स्थिति और खराब हुई तो तन्वी ने विदेश मंत्रालय से इस मामले की शिकायत करते हुए केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज को अपने ट्वीट में इस विवाद की जानकारी दी.
मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
सुषमा स्वराज तक ट्वीट पहुंचने के बाद हरकत में आए अधिकारियों ने पहले तो दंपति से लिखित शिकायत दर्ज करने को कहा. वहीं दूसरी ओर मामले के गरमाने पर मंत्रालय ने हरकत में आते हुए पासपोर्ट अधिकारी का तबादला कर दिया. यही नहीं मंत्रालय ने इस संबंध में अब लखनऊ के पासपोर्ट कार्यालय से रिपोर्ट भी तलब की है. वहीं गुरुवार को इस मामले पर सफाई देते हुए लखनऊ के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने कहा कि आरोपी अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है. अनस और तन्वी को उनके पासपोर्ट उपलब्ध करा दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि नोटिस का जवाब मिलने के बाद आरोपी अफसर पर कार्रवाई की जा सकती है और हमारी कोशिश होगी कि ऐसी घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों.