लखनऊः अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी के परिजनो ने रविवार को मुख्यमंत्री से सीएम आवास में मुलाकात की और इंसाफ की गुहार लगायी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर तिवारी की मां कुसुमा, पत्नी किरण तिवारी और उनके बेटे से मुलाकात की.
इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार को पूरी मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार इस गम्भीर मामले की गहराई से जांच कर रही है और इसके दोषी लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा. सूत्रों के मुताबिक पीड़ित परिवार ने तिवारी के बेटे को सरकारी नौकरी देने, परिवार को सुरक्षा देने, सुरक्षा के लिहाज से परिजन को असलहों के लाइसेंस देने, उनके मुहल्ले का नाम तिवारी के नाम पर करने, लखनऊ में तिवारी की मूर्ति स्थापित करने और पूरे मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने की मांग की.
मुख्यमंत्री ने उन्हें समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. गौरतलब है कि हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की शुक्रवार को नाका हिंडोला स्थित खुर्शेदबाग इलाके में उनके घर के अंदर गला रेतकर और गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.कमलेश की पत्नी किरण तिवारी इस मुलाकात के बाद कहा कि सीएम योगी ने न्याय का भरोसा दिया है.
इस हत्याकांड के सिलसिले में बिजनौर निवासी आरोपियों मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक के साथ-साथ गुजरात स्थित सूरत के रहने वाले फैजान यूनुस, मोहसिन शेख और राशिद अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी है. मामले की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया गया है.विपक्षी पार्टियां कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, मृतक की मां कह रही है हमें समाजवादी सरकार में सुरक्षा मिली थी, आजम खान के जमाने में हमें गनर मिले थे लेकिन इस योगी सरकार ने हमें सुरक्षा नहीं दी और उसी का परिणाम है कि हमारे बेटे की हत्या हो गई.