लोहरदगा : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में लोहरदगा में गुरुवार को निकले जुलूस में पथराव के बाद हुई हिंसा के चलते लगे कर्फ्यू में रविवार को दो घंटे की ढील दी गयी. ये ढील पांच थाना क्षेत्र में दी गयी, ताकि लोग अपनी जरूरत का सामान खरीद पाएंऔर झंडोत्तोलन कर सकें.
लोहरदगा जिला प्रशासन की ओर से प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार ढील सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक दी गयी. इस दौरान चार से अधिक लोगों के एकत्रित होने और नारेबाजी करने की अनुमति नहीं थी. उसमें कहा गया कि गणतंत्र दिवस मनाने को इच्छुक लोग ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय गान गा सकते है. इसके लिए 10 से अधिक लोगों को एकत्रित होने की अनुमति नहीं थी.
पिछले तीन दिन से लगे कर्फ्यू के बावजूद तिरंगा शान से लहराया. झंडोत्तोलन को लेकर जिले में कर्फ्यू में ढील दी गयी जिससे लोगों ने तिरंगे को सलामी दी. डीसी आकांक्षा रंजन ने झंडोतोलन किया. इस दौरान एसपी प्रियदर्शी आलोक सहित पुलिस के कई बड़े अधिकारी भी शामिल हुए. डीसी ने परेड की सलामी ली.झंडोत्तोलन के बाद पुनः कर्फ्यू टाईट कर दिया गया. पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात है. इधर शहरी क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया जा रहा है.
इस बीच, रांची में जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि लोहरदगा में स्थिति मुख्य रूप से सामान्य है. रांची जोनल इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, आईजी(ऑपरेशन्स), रेंज डीआईजी (रांची) और पांच एसपी रैंक के अधिकारी लोहरदगा में मौजूद हैं और स्थिति पर नजर बनाएं हैं तथा उसे जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
अतिरिक्त पुलिस बल की 15 कम्पनियां जिले में तैनात है.