प्रतिनिधि, कोडरमा बाजार
कोडरमा विधानसभा में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. उक्त जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त रमेश घोलप ने गुरुवार देर शाम प्रेस वार्ता में दी. डीसी ने बताया कि अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोडरमा विधानसभा क्षेत्र में 58.20 प्रतिशत मतदान हुआ है. कुल 3,39,865 वोटर में से एक लाख 97 हजार 588 लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया है, जिसमें 1,62,123 महिला मतदाताओं में एक लाख 100 ने और 1,77,738 पुरुष मतदाताओं में 97 हजार 488 ने अपने मत का प्रयोग किया.
उन्होंने कहा कि वोट प्रतिशत में थोड़ी वृद्धि हो सकती है, क्योंकि अभी तक करीब आधा दर्जन मतदान केंद्रों से रिपोर्ट नहीं आयी है. उन्होंने बताया कि अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा मतदान कोडरमा प्रखंड के चंद्रोडीह बूथ संख्या 155 में हुआ है. यहां 86.07 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि सबसे कम मतदान सतगांवा प्रखंड के मरचोई स्थित बूथ संख्या 35 में हुआ है. यहां मात्र 35.34 प्रतिशत मतदान हुआ.
उन्होंने बताया कि पहली बार टोकन सिस्टम लागू होने से मतदाताओं में खुशी देखी गयी, जो लोग ज्यादा देर तक खड़े नहीं हो सकते थे उन्हें इस सिस्टम से लाभ मिला. उन्होंने बताया कि सुबह नौ बजे तक 10.20 फीसदी, 11 बजे तक 27.30 फीसदी, 1 बजे तक 43.46 फीसदी और 3 बजे तक 57.47 फीसदी मतदान हुआ. डीसी ने बताया कि जिन केंद्रों पर थोड़ी बहुत समस्या मिली उसकी शिकायत मिलते ही 10 से 15 मिनट में समाधान किया गया.
उन्होंने बताया कि सतगांवा समेत अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 73 मतदान केंद्रों का ईवीएम/वीवीपैट को सुरक्षा के लिहाज से वहां बने नौ क्लस्टरों में सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा बलों की निगरानी में रखा गया है. शुक्रवार सुबह को उसे वहां से वज्रगृह में रखा जायेगा. बाकी अन्य जगहों के ईवीएम/वीवीपैट को वज्रगृह में जमा करवाने का सिलसिला शुरू हो गया है. चुनाव में खड़े प्रत्याशी चाहें तो सुरक्षा के लिहाज से क्लस्टरों में रखे 73 बूथों के ईवीएम की निगरानी के लिए अपने चुनाव अभिकर्ता को वहां रख सकते हैं.
आधी आबादी में दिखा उत्साह, 61.74 प्रतिशत ने किया मतदान
मतदान को लेकर पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में गजब का उत्साह देखा गया. कोडरमा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों के बूथों पर सुबह से ही महिला वोटरों की लंबी कतार दिखी, जबकि पुरुषों की भीड़ अपेक्षाकृत कम रही. बूथ संख्या 124 में सुबह सात बजे ही महिलाओं की लंबी कतार दिखी. यही हाल करीब-करीब सभी केंद्रों पर देखा गया. इस चुनाव में 61.74 प्रतिशत यानी एक लाख एक सौ महिला मतदाताओं ने, जबकि 54.85 प्रतिशत यानी 97 हजार 488 पुरुष मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया.
मशीनवा पीं काहे नहीं बोला…. को लेकर कुछ जगहों पर हंगामा
चुनाव आयोग की इतनी सतर्कता के बावजूद कुछ जगहों पर ईवीएम खराब होने की शिकायत मिली. इसके कारण कई बूथों पर 15 से 20 मिनट तक मतदान बाधित रहा. वहीं कई जगहों पर मशीन से पीं की आवाज नहीं आने पर वोटरों द्वारा हंगामा किया गया. हालांकि अधिकारियों के द्वारा समझाने पर मामला शांत हुआ.
आदर्श मतदान केंद्र व सखी केंद्र रहा आकर्षण का केंद्र
विधानसभा चुनाव में महिला वोटरों को जागरूक करने के लिए बनाये गये 9 सखी मतदान केंद्र और 13 आदर्श मतदान केंद्र वोटरों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. इन केंद्रों के पहले वोटर का स्वागत किया गया. सखी मतदान केंद्र में महिला चुनाव अधिकारी और महिला बल के तैनात रहने से महिला वोटरों में उत्साह देखा गया. हालांकि बूथ संख्या 124 सखी मतदान केंद्र में महिला चुनाव अधिकारियों के रहने के बावजूद महिलाओं को खासी परेशानी हुई. मतदान धीमा रहने के कारण कई महिला वोटर बिना वोट दिये वापस चले गये.
समय के साथ बढ़ा मतदान प्रतिशत, जमे रहे डीसी-एसपी
लोकतंत्र के महापर्व को लेकर लोगों में उत्साह दिखा तो समय के साथ मतदान प्रतिशत बढ़ता रहा. पहले 2 घंटे में यानि 9 बजे तक लगभग 10.20 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि 11 बजे तक 27.30 प्रतिशत, एक बजे तक 43.26 और 3 बजे तक 57.47 प्रतिशत मतदान हुआ. इधर, शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने के लिए जहां सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया गया था. वहीं मतदान शुरू होने से लेकर वज्रगृह में ईवीएम के जमा होने तक डीसी, एसपी समेत अन्य पदाधिकारी नियंत्रण कक्ष में जमे रहे और पल-पल की खबर लेते रहे.
2014 के चुनाव की अपेक्षा 7.73 फीसदी कम मतदान
वर्ष 2014 में हुए विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार 7.73 फीसदी मतदान कम हुआ है. पिछले बार से इस विधानसभा चुनाव में कम वोटिंग होना चिंता का विषय है. यह हाल तब रहा जब प्रशासन के द्वारा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने को लेकर लगातार विविध कार्यक्रम चलाये गये थे. नुक्कड़ नाटक, रात्रि चौपाल, फुटबॉल मैच, चुनाव पाठशाला समेत दर्जनों कार्यक्रम आयोजित कर वोटरों को वोट के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया था.
इसके बावजूद मात्र 58.20 प्रतिशत मतदान हो पाया, जबकि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में 65.93 प्रतिशत मतदान हुआ था. जानकारों का कहना है कि अभी धान कटनी का समय है, ग्रामीण क्षेत्रों में लोग खेतो में धान काटने में जुट गये. वहीं, दूसरा कारण धीमा मतदान को बताया गया. विधानसभा के कई बूथों पर आम वोटरों ने धीमा मतदान करवाने की शिकायत की. जिला मुख्यालय स्थित परियोजना बालिका उच्च विद्यालय, आदर्श मध्य विद्यालय के अलावा इंदरवा देहाती बूथ संख्या 186, लोकाई के बूथ संख्या 182, उत्क्रमित उच्च विद्यालय बगड़ो समेत कई जगहों पर स्थित मतदान केंद्रों के वोटरों में धीमा मतदान होने की शिकायत की थी.