जहानाबाद : शराब तस्करों पर भी लगाम लगने की संभावना है, बशर्ते पुलिस अपना अभियान आगे भी अनवरत जारी रखे. शहरी क्षेत्र की गलियों में शराब तस्करों का खेल बेरोक-टोक जारी था, उन्हें न पब्लिक की चिंता और न ही पुलिस का भय था. छोटे-छोटे बच्चों से लेकर महिलाएं इस धंधे में शरीक थीं.
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शराब तस्करों पर भी लगेगी लगाम
जहानाबाद : शराब तस्करों पर भी लगाम लगने की संभावना है, बशर्ते पुलिस अपना अभियान आगे भी अनवरत जारी रखे. शहरी क्षेत्र की गलियों में शराब तस्करों का खेल बेरोक-टोक जारी था, उन्हें न पब्लिक की चिंता और न ही पुलिस का भय था. छोटे-छोटे बच्चों से लेकर महिलाएं इस धंधे में शरीक थीं. कोई […]
कोई अंग्रेजी शराब बेच रहा था तो कोई देसी, लेकिन यह धंधा शराबबंदी के बाद भी चालू था. बाजार के व्यवसायियों के बीच भी पुलिस के बदले तेवर की सराहना शुरू हो गयी है. विगत एक माह से अपराधियों ने शहर में तांडव मचा रखा है.
लूट और छिनतई की घटनाएं आम हो गयी हैं. झपट्टा मार गिरोह से लेकर लफंगों तक का सड़क पर बोलबाला था. राह चलती महिलाओं और युवतियों को छेड़ने का सिलसिला भी लगातार जारी था. खासकर मलहचक से लेकर ऊंटा मोड़ के बीच चलने वाले कोचिंग संस्थानों के आसपास सड़क छाप मजनुओं की मौजूदगी से लड़कियां खासे परेशान थीं.
वहीं मोबाइल झपट्टा मार गिरोह ने भी नित्य एक नये कारनामे को अंजाम देकर लोगों की नींद उड़ा रखी थी. कुछ दिनों पूर्व रिहाइशी इलाका पश्चिमी गांधी मैदान में जदयू नेता सह संवेदक मुकेश सिंह को छिनतई के दौरान जहां गोली मार दी गयी थी, वहीं एलआइसी मैनेजर से भी छिनतई के बाद उन्हें अपराधियों ने सुरक्षित छोड़ दिया था. पुलिस की बढ़ी सक्रियता से लोगों के बीच उम्मीद की एक नयी किरण जगी है कि आज-न-कल अपराधियों पर लगाम जरूर लगेगी.
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