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Friday, March 29, 2024

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जामताड़ा के 450 मजदूर केरल में फंसे, परिजनों से संपर्क नहीं

केरल में बाढ़ से अब तक की भारी तबाही, मदद को बढ़े हाथ जामताड़ा : केरल में आयी बाढ़ में जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के जामताड़ा, करमाटांड़ एवं नारायणपुर के करीब 450 मजदूर फंसे हुए हैं. सभी मजदूर केरल के इडुक्की, वायनाड, त्रिवेंद्रम और पलक्कड़ जिले में काम करने गये थे. इन सभी क्षेत्रों में इन […]

केरल में बाढ़ से अब तक की भारी तबाही, मदद को बढ़े हाथ

जामताड़ा : केरल में आयी बाढ़ में जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के जामताड़ा, करमाटांड़ एवं नारायणपुर के करीब 450 मजदूर फंसे हुए हैं. सभी मजदूर केरल के इडुक्की, वायनाड, त्रिवेंद्रम और पलक्कड़ जिले में काम करने गये थे. इन सभी क्षेत्रों में इन दिनाें बाढ़ है. पिछले दो दिन से सभी मजदूरों का संपर्क उनके परिजनों से नहीं हो पा रहा है. इस कारण मजदूरों के परिजनों को अनहोनी की चिंता सता रही है. शनिवार को जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी बाढ़ में फंसे मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की और पीएमओ ऑफिस से बातचीत की. बातचीत के दौरान विधायक से पीएमओ ऑफिस के अधिकारी ने बाढ़ में फंसे सभी मजदूरों के नाम और पते मेल करने की बात कही है. इसके बाद विधायक ने मजदूरों की पूरी जानकारी पीएमओ ऑफिस को मेल पर उपलब्ध करा दी है.
दो दिन से नहीं हो पा रहा है मजदूरों से संपर्क : केरल काम करने के लिए गये नारायणपुर प्रखंड के तरकूजोड़ी गांव निवासी सकबुल अंसारी गुरुवार को आखिरी बार अपने पिता रफिक मियां को फोन किया था.
जामताड़ा के 450 मजदूर…
जिसमें सकबुल अंसारी ने अपने पिता से कहा कि यहां पर चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिख रहा है, हमलोग जिस घर में थे. वह घर बाढ़ में बह गया है. इस कारण हमलोग काफी परेशान हैं. हमलोग के पास खाने के लिए कुछ भी नहीं बचा है. उसके बाद सकबुल का फोन कट गया. उसके बाद से फिर संपर्क नहीं हो पाया. इस संबंध में सकबुल के पिता रफिक मियां ने बताया कि यहां से जो भी मजदूर काम करने के लिए केरल गये थे. सभी बाढ़ में फंसे हुए हैं.
छह माह पूर्व काम करने के लिए सभी गये थे केरल
जिला में मजदूरी करने का साधन नहीं रहने के कारण जिले के विभिन्न क्षेत्र के लोग दूसरे राज्य जैसे केरल, दिल्ली, यूपी, पश्चिम बंगाल सहित अन्य जगह पलायन करते रहते हैं. छह माह पूर्व जामताड़ा, नारायणपुर तथा करमाटांड़ से करीब साढ़े चार सौ मजदूर केरल के इडुक्की, वायनाड, त्रिवेंद्रम और पलक्कड़ जिला में स्थित कारखाना में काम करने के लिए गये हुए थे. जिसमें सबसे अधिकांश मजदूर नारायणपुर थाना क्षेत्र के हैं, लेकिन केरल में आये भीषण बाढ़ में सभी मजदूर फंसे हुए हैं.
विधायक डॉ इरफान अंसारी ने सभी मजदूरों को लाने की पहल शुरू की
मुख्य सचिव और पीएमओ ऑफिस से की बातचीत
सभी मजदूर नारायणपुर, करमाटांड़ एवं जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के
पीएम मोदी ने किया हवाई सर्वेक्षण, तत्काल 500 करोड़ का पैकेज
इन राज्यों से मिली मदद
बिहार : 10 करोड़
झारखंड : 05 करोड़
महाराष्ट्र : 20 करोड़
गुजरात : 10 करोड़
पंजाब : 10 करोड़
दिल्ली : 10 करोड़
आंध्रप्रदेश : 10 करोड़
21 हजार करोड़ रुपये का नुकसान
01 हजार से ज्यादा घर पूरी तरह से नष्ट
26 हजार घरों को पहुंचा है नुकसान
3.53 लाख लोग शिविरों में
40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद
तिरुवनंतपुरम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में बाढ़ की विभीषिका की समीक्षा करने के बाद केरल को तत्काल 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता तथा मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से भी देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि यह राशि 12 अगस्त को गृह मंत्रालय द्वारा 100 करोड़ रुपये की देने की घोषणा से अलग है. प्रधानमंत्री ने कोच्चि में एक उच्च स्तरीय बैठक का बाढ़ से उत्पन्न स्थिति समीक्षा की और इसके बाद बाढ़ प्रभावित कुछ क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. हवाई सर्वेक्षण के दौरान पीएम के साथ राज्यपाल पी सदाशिवम, सीएम पिनाराई विजयन, केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस और अन्य अधिकारी भी थे.
पीएम मोदी ने किया हवाई….
बाढ़ की वजह से हुई जान-माल की क्षति पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालना हमारी शीर्ष प्राथमिकता है.हालांकि प्रधानमंत्री की सहायता घोषणा के बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ट्वीट कर बाढ़ से हुई क्षति को करीब 2000 करोड़ का बताया. प्रभावित इलाकों से बाढ़ का पानी घटने के बाद ही वास्तविक क्षति का अनुमान लगाया जा सकता है. राज्य सरकार ने तत्काल सहायता के लिए 2,000 करोड़ रुपये की मांग की है. बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए बिहार, झारखंड ओडिशा सहित अन्य राज्य भी आगे आये हैं. ओड़िशा सरकार ने पांच करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी अपने समकक्ष पिनराई विजयन से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली और सहायता की पेशकश की.
संयुक्त राष्ट्र ने जताया दुख : संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने केरल में भीषण बाढ़ में हुई भारी तबाही पर दुख जताया है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र निश्चित तौर पर भारत में बाढ़ के कारण हुए जान-माल के नुकसान और विस्थापन को लेकर दुखी है. भारत के पास प्राकृतिक आपदाओं से निबटने के लिए बेहतर प्रणाली मौजूद है. हम स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं.
केरल की बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल में भयावह बाढ़ से हुए जानमाल के भारी नुकसान पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि इसे अविलंब राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हमारे करोड़ों लोगों का जीवन, जीविका और भविष्य दाव पर है. गांधी ने राज्य के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान किया था कि वे प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ें.
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