नैना हत्याकांड
हत्यारोपी को कम उम्र का दिया सर्टिफिकेट प्रधानाध्यापक व शिक्षक पर प्राथमिकी दर्ज
नैना हत्याकांड जमशेदपुर : बर्मामाइंस आंबेडकर हरिजन बस्ती की पांच वर्षीय नैना की दुष्कर्म व हत्या के आरोपी उसके ममेरे भाई विक्रम दास को जाली प्रमाण-पत्र बनाकर खालसा स्कूल के प्रधानाध्यापक राजवंशी सिंह और सहायक शिक्षक अमरदेव मिश्रा ने दिया था. प्रमाणपत्र में विक्रम को घटना के समय 13 साल का बताया था. इसके आधार […]
जमशेदपुर : बर्मामाइंस आंबेडकर हरिजन बस्ती की पांच वर्षीय नैना की दुष्कर्म व हत्या के आरोपी उसके ममेरे भाई विक्रम दास को जाली प्रमाण-पत्र बनाकर खालसा स्कूल के प्रधानाध्यापक राजवंशी सिंह और सहायक शिक्षक अमरदेव मिश्रा ने दिया था.
प्रमाणपत्र में विक्रम को घटना के समय 13 साल का बताया था. इसके आधार पर बालिग होने के बावजूद विक्रम जुबेनाइल का लाभ ले रहा था. जबकि हकीकत में विक्रम शादीशुदा था और उसकी पत्नी का तीन बार गर्भपात हो चुका था. 13 वर्षीय विक्रम के शादीशुदा होने और पत्नी का तीन बार गर्भपात होने का हवाला देकर नैना के पिता डबलू दास ने कोर्ट और एसएसपी से जांच की मांग की थी. जांच में कागजात जाली पाये गये.
डबलू दास के बयान पर बर्मामाइंस थाने में खालसा मिडिल स्कूल के तत्कालीन प्रधानाध्यापक राजवंशी सिंह और शिक्षक अमरदेव मिश्रा, हत्यारोपी विक्रम दास, उसके पिता कालिया दास, मां उषा देवी और शिवा दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वहीं, कोर्ट ने आरोपी विक्रम दास की मेडिकल जांच कराने का निर्देश दिया.
काेर्ट ने विक्रम को प्रमाणपत्र देने वाले स्कूल के प्रधानाध्यापक व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था. कोर्ट के निर्देश पर यह मामला दर्ज किया गया. डबलू दास ने बताया है कि स्कूल से जारी प्रमाणपत्र में विक्रम की आयु 13 वर्ष 10 माह बतायी गयी थी, जबकि राशन कार्ड में उसकी उम्र एक जनवरी 2017 को 17 वर्ष है.
इस तरह वारदात के समय विक्रम की आयु 18 वर्ष चार माह थी. उसके आधार कार्ड में आयु 20 वर्ष बतायी गयी है. पुलिस के अनुसार स्कूल द्वारा प्रमाणपत्र जारी करने की जांच चल रही है. मालूम हो कि चार अप्रैल 2018 को बर्मामाइंस आंबेडकर हरिजन बस्ती की पांच वर्षीय नैना से दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी. हत्या के 10 दिनों के बाद विक्रम दास को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
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