जमशेदपुर : बैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी सात मई को अक्षय तृतीया है. इस बार अक्षय तृतीय मंगलवार को पड़ रहा है. साथ ही रोहिणी नक्षत्र, अतिगंड योग, तैतिलकरण और चंद्रमा का मेष राशि में रहना अद्भुत संयोग बना रहा है. इस दिन नर-नारायण, भगवान परशुराम और हयग्रीव अवतार हुए थे. इसलिए उनकी जयंती भी मनायी जाती है. इस दिन किये गये स्नान, जप-तप, हवन, दान आदि का फल अनंत होता है.
जमीन-जायदाद, आभूषण की खरीदारी करें : सफलता के उद्देश्य से व्रत, उत्सव अादि के अतिरिक्त वस्त्र, शस्त्र, नवीन स्थान, आभूषण आदि की खरीदारी करना अच्छा माना जाता है. इस दिन नये आभूषण धारण करना भी शुभ रहता है. नयी संस्था और समाज आदि की स्थापना और उद्घाटन करना भी अच्छा रहता है. साथ ही विवाह आदि शुभ कार्य की शुरुआत भी उत्तम माना जाता है.
अक्षय तृतीया के निमित्त स्नान, पूजन, जप-तप, हवन, दान करना चाहिए. नयी संस्था की स्थापना, आभूषण, वाहन, जमीन, जायदाद, मकान, किसी प्रकार की वस्तु आदि की खरीदारी करना अच्छा माना जाता है.
इस दिन शुभ कार्य करना फलदायी :
शास्त्रों में अक्षय तृतीया को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है. अक्षय तृतीया के दिन मांगलिक कार्य जैसे-विवाह, गृहप्रवेश, व्यापार अथवा उद्योग का आरंभ करना अति शुभ फलदायक होता है. सही मायने में अक्षय तृतीया अपने नाम के अनुरूप शुभ फल प्रदान करती है. अक्षय तृतीया पर सूर्य व चंद्रमा अपनी उच्च राशि में रहते हैं. इस तिथि का उन लोगों के लिए विशेष महत्व होता है, जिनके विवाह के लिए ग्रह-नक्षत्र मेल नहीं खाते. इस शुभ तिथि पर सबसे ज्यादा विवाह संपन्न होते हैं.