लुभा रही जुिबली पार्क की रंगीनियां
जमशेदपुर : जुबिली पार्क में रविवार को संस्थापक दिवस पर लाइटिंग का अद्भुत नजारा दिखा. पहले दिन शाम छह बजे पार्क का द्वार खुला और मानो पूरा जमशेदपुर पार्क में उमड़ पड़ा. साकची गेट और सीएफइ गेट के पास तीन-चार बजे से ही लोग इकट्ठे होने शुरू हो गए थे. वहां आइसक्रीम, चाट, गोलगप्पा के […]
जमशेदपुर : जुबिली पार्क में रविवार को संस्थापक दिवस पर लाइटिंग का अद्भुत नजारा दिखा. पहले दिन शाम छह बजे पार्क का द्वार खुला और मानो पूरा जमशेदपुर पार्क में उमड़ पड़ा. साकची गेट और सीएफइ गेट के पास तीन-चार बजे से ही लोग इकट्ठे होने शुरू हो गए थे.
वहां आइसक्रीम, चाट, गोलगप्पा के अलावे खिलाैने भी बिक रहे थे. शाम छह बजे से रात 11 बजे तक हजारों लोगों ने लाइटिंग का लाइटिंग का लुत्फ उठाया.
जेएन टाटा की मूर्ति के सामने चल रहे लेजर शो में सबसे अधिक भीड़ थी. यहां सतरंगी जलधारा और दुधिया रोशनी आपस में ओवरलेप कर रही थीं. फिर लेजर शो शुरू हुआ. पहले जमशेदपुर का नक्शा उभरा. फिर जमशेदजी नसरवानजी टाटा की तस्वीर. इस दौरान वंदे मातरम् गीत की धुन बजती रही. जयंती सरोवर एरिया में भी कम भीड़ नहीं थी. यहां झील में लाइटिंग थी. पानी में उसका रिफलेक्शन देख लोग खुश हो रहे थे.
कहीं लाइटिंग के जरिये हेलीकॉप्टर उड़ रहे थे, तो कहीं तोता उड़ रहा था. कहीं आदमी को लेकर बाज उड़ रहा था. छोटा भीम, टेडी बीयर सब कुछ था. जमशेदपुर के सौ साल को दिखाने के लिए अलग से गैलरी बनी थी. जहां कारखाना, पर्वतारोहण, आर्चरी समेत कई स्कूलों की कहानी थी. चलचित्र के माध्यम से जमशेदपुर की बॉलीवुड हस्ती दिख रही थी.
यह लोगों के लिए सेल्फी का अड्डा भी था. अलग-अलग काउंटर से लगातार मिसिंग की घोषणा होती रही. बारीडीह के सुजीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वे 20 साल से संस्थापक दिवस पर घूमने आ रहे हैं. इस मर्तबा लाइटिंग अलग है. मोहन सिंह दिल्ली से यहां घूमने आये हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी लाइटिंग दिल्ली में भी नहीं होती.
आदित्यपुर के रिंकु कुमार ने कहा कि इतने बड़े क्षेत्र में लाइटिंग करना और सुरक्षा का ख्याल रखना बड़ी बात है. मानगो के सोनू शर्मा शादी के बाद पहली बार पत्नी प्रियंका शर्मा के साथ लाइटिंग देखने आये हैं. प्रियंका ने बताया कि उन्होंने आज तक ऐसी लाइटिंग नहीं देखी.