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जमशेदपुर : टाटा स्टील के सैकड़ों कर्मियों को आयकर नोटिस
जमशेदपुर : टाटा स्टील के सैकड़ों कर्मचारियों को आयकर विभाग का नोटिस मिला है. कहा जा रहा कि कर्मचारियों को आयकर डाटा भरने में गलती हुई है. विभाग गलत तरीके से टीडीएस आैर एचआरए (हाउस रेंट अलाउंस) लेने के 600 से अधिक मामलाें की जांच कर रहा है. बुधवार को इस मुद्दे को लेकर बड़ी […]
जमशेदपुर : टाटा स्टील के सैकड़ों कर्मचारियों को आयकर विभाग का नोटिस मिला है. कहा जा रहा कि कर्मचारियों को आयकर डाटा भरने में गलती हुई है. विभाग गलत तरीके से टीडीएस आैर एचआरए (हाउस रेंट अलाउंस) लेने के 600 से अधिक मामलाें की जांच कर रहा है. बुधवार को इस मुद्दे को लेकर बड़ी संख्या में कर्मचारी टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय पहुंचे. कर्मचारियों का कहना था कि उन्होंने अपनी तरफ से विभाग को कोई गलत जानकारी नहीं दी है, बावजूद नोटिस मिल रहे हैं.
आयकर अधिकारियाें ने बताया कि संबंधित लाेगाें द्वारा रिटर्न दाखिल करने में सीए की मदद ताे अवश्य ली है, लेकिन सही गणना करने में गड़बड़ियां की हैं. जिन्हें विभाग में सिस्टम से पकड़ा जा रहा है. टीडीएस की गणना में कई बैकाें में एफडी से मिलनेवाले लाभ पर कटाैती नहीं की गयी है. टीडीएस जमा करने के दाैरान अधिकांश लाेगाें ने सिर्फ एक ही बैंक अकाउंट का काे दर्शाया है, जबकि आयकर विभाग के सिस्टम पर साफ दिख रहा है कि संबंधित लाेगाें के पास 3-4 बैंक अकाउंट हैं.
इसके अलावा आयकर रिटर्न के दाैरान एचआरए में मिलनेवाली छूट का भी लाभ उठाया गया है. इनमें से कई वैसे लाेग हैं, जिन्हाेंने अपने पैतृक आवास में खुद काे किरायेदार साबित करने की काेशिश की है. इसका खुलासा उनके द्वारा प्रदत्त पैन नंबर से भी हाे जा रहा है. कई ने मकान मालिक का पैन नंबर उपलब्ध नहीं कराया है.
ऐसे मामले सामने आये हैं जब कर्मचारी ने एचआरए क्लेम किया और कंपनी ने रेंट रसीद के आधार पर उसका क्लेम स्वीकार कर लिया. आयकर विभाग की स्क्रूटनी में पाया गया कि न तो कोई रेंट एग्रिमेंट है और रेंट देने का कोई प्रूफ भी नहीं है. ऐसे मामलाें में आयकर विभाग मकान मालिक को रेंट देने का डाक्यूमेंट ट्रांजेक्शन का प्रूफ जैसे बैंक अकाउंट स्टेटमेंट मांग सकता है.
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