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कुलवंत सिंह की च्वॉइस 0999 दूसरे भाजपा नेता ने कराया आवंटित, डीटीओ में हंगामा

जिला परिवहन कार्यालय से सूचना लीक होने का आरोप, अगली सीरीज का दिया गया नंबर पिछले साल भी भाजपा नेता सह ट्रांसपोर्टर ने बंटी का च्वाॅइस नंबर करा लिया था निबंधित जमशेदपुर : मनचाहा नंबर 0999 आवंटित कराने के लिए गुरुवार को जिला परिवहन कार्यालय में विवाद हो गया. च्वाॅइस नंबर लेने हेतु अॉनलाइन रजिस्ट्रेशन […]

जिला परिवहन कार्यालय से सूचना लीक होने का आरोप, अगली सीरीज का दिया गया नंबर

पिछले साल भी भाजपा नेता सह ट्रांसपोर्टर ने बंटी का च्वाॅइस नंबर करा लिया था निबंधित
जमशेदपुर : मनचाहा नंबर 0999 आवंटित कराने के लिए गुरुवार को जिला परिवहन कार्यालय में विवाद हो गया. च्वाॅइस नंबर लेने हेतु अॉनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया करने के लिए भाजपा नेता सह खादी बोर्ड के सदस्य कुलवंत सिंह बंटी परिवहन कार्यालय पहुंचे अौर इससे पहले वह शुल्क जमा कर नंबर रजिस्टर्ड कराते, वह नंबर एक वरीय भाजपा नेता सह ट्रांसपोर्टर के नाम से आवंटित हो गया. यह जानकारी मिलने पर बंटी ने परिवहन कार्यालय जाकर नाराजगी जतायी कि नंबर लेने की बात कार्यालय से कैसे लीक हो गयी.

भाजपा नेता की नाराजगी इस बात को लेकर भी थी कि पिछले साल भी इसी तरह उनका च्वाॅइस नंबर उसी भाजपा नेता को आवंटित कर दिया गया था. भाजपा नेता ने जिला परिवहन पदाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया. बाद में भाजपा नेता को अगली सीरीज का च्वाॅइस नंबर 0999 आवंटित किया गया, तब मामला शांत हुआ. भाजपा नेता अौर खादी बोर्ड के सदस्य कुलवंत सिंह बंटी गुरुवार की दोपहर अपनी गाड़ी के लिए जेएच05सीएच सीरीज का च्वाॅइस नंबर 0999 लेने के लिए परिवहन कार्यालय पहुंचे. वहां उन्होंने कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी अौर उन्हें एसडीअो कार्यालय के बगल में जाने के लिए कहा गया.

च्वाॅइस नंबर के लिए लगने वाले शुल्क 11 हजार रुपये लेकर भाजपा नेता जब रजिस्ट्रेशन कार्यालय पहुंचे, तो पता चला कि वह नंबर एक अन्य भाजपा नेता के नाम से रजिस्टर्ड कर दिया गया है. यह जानकारी मिलने पर भाजपा नेता परिवहन कार्यालय पहुंचे अौर नाराजगी जतायी अौर हंगामा किया. बाद में भाजपा नेता ने गाड़ी के कागजात अौर शुल्क के साथ अॉनलाइन वाहन फोर सॉफ्टवेयर में च्वाॅइस नंबर के लिए आवेदन किया अौर उन्हें अगली सीरिज (जेएच05सीजे-0999) का नंबर आवंटित किया गया, तब मामला शांत हुआ.
च्वाॅइस नंबर कार्यालय से आवंटित नहीं होता बल्कि इच्छित व्यक्ति को वाहन फोर सॉफ्टवेयर में तय शुल्क के साथ रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है. भाजपा नेता ने च्वाॅइस नंबर लेने की जानकारी दी थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था. इस बीच अॉनलाइन सिस्टम से वह नंबर किसी अौर को आवंटित हो गया. भाजपा नेता ने प्रक्रिया पूरी के बाद अगली सीरीज का च्वाॅइस नंबर दिया गया है.
दिनेश कुमार रंजन, जिला परिवहन पदाधिकारी

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