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धूम्रपान और हमारे शरीर पर इसका घातक प्रभाव

तो, आप शायद सोच रहे हैं कि हम यहां धूम्रपान के बारे में क्यों पोस्ट कर रहे हैं. सिर्फ इसलिए कि आपके परिवार में कोई भी धूम्रपान नहीं करता है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह आपकी फिटनेस को प्रभावित नहीं करता .बल्कि सभी प्रभावित होते हैं!! हर कोई, आज, इस तथ्य को अच्छी […]

तो, आप शायद सोच रहे हैं कि हम यहां धूम्रपान के बारे में क्यों पोस्ट कर रहे हैं. सिर्फ इसलिए कि आपके परिवार में कोई भी धूम्रपान नहीं करता है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह आपकी फिटनेस को प्रभावित नहीं करता .बल्कि सभी प्रभावित होते हैं!!

हर कोई, आज, इस तथ्य को अच्छी तरह जानता है कि धूम्रपान का हमारे स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव हो सकता है. फिर भी, लोग इस तथ्य की अनदेखी करते हैं और इस आदत को नहीं छोड़ते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हाल ही के एक अध्ययन के अनुसार, दुनिया भर में धूम्रपान करने वालों की 12% आबादी भारत में हैं. भारत में धूम्रपान के कारण होने वाली मौतों की संख्या प्रत्येक वर्ष 1 मिलियन तक पहुंच जाती है. इसलिए, यदि आपको अभी भी धूम्रपान के प्रतिकूल प्रभाव और इसका हमारे शरीर पर कैसे प्रभाव पड़ता है की जानकारी नहीं हैं, तो यहां अपने ज्ञान को दुरुस्त की बारी है.

हमें लगता है कि ज्ञान की कमी वास्तविक समस्या नहीं है. हम में से अधिकांश जानते हैं कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. हम अभी भी इस बुरी आदत के बारे में जानकार भी अनजान बनते हैं और धूम्रपान करते ही हैं.

इस बिंदु को साबित करने के लिए, यहां धूम्रपान के 7 हानिकारक प्रभाव के बारे में बताया जा रहा है जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं.

1. धूम्रपान और आपका रंग-रूप

सिगरेट में मौजूद विषैले तत्वों के कारण धूम्रपान करने से त्वचा में झुर्रियां होने लगती हैं और समय से पहले बूढ़ा दिखने लगते हैं. अत्यधिक धूम्रपान के कारण, हमारा शरीर त्वचा को ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद कर देता है और इसलिए हमारी त्वचा नीरस और बेजान हो जाती है.

खतरा : कुछ मामलों में केमिकल से त्वचा पर स्ट्रैच मार्क्स भी हो जाते हैं.

2. धूम्रपान और पाचन तंत्र

अत्यधिक सिगरेट पीने से, आप पेट और आंत में क्रमश: जलन और सूजन का अनुभव कर सकते हैं, जिससे पाचन तंत्र में अल्सर हो सकता है. अध्ययनों से पता चलता है कि धूम्रपान नहीं करने वालों के मुकाबले धूम्रपान करने वाले ज्यादा पेट और आंत के कैंसर से ग्रस्त होते हैं.

खतरा : कुछ लोग को तंबाकू में मौजूद निकोटीन के कारण गंभीर पाचन समस्या हो जाती है जिसे रिफलक्स ऑफ एसिड कहा जाता है, जिससे पेट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, परिणामस्वरूप समग्र पाचन तंत्र में असंतुलन बना रहता है.

3. धूम्रपान और रक्त परिसंचरण

धूम्रपान रक्त परिसंचरण को भी प्रभावित करता है जब आप धूम्रपान करते हैं, तो विषाक्त पदार्थ आपके रक्त में प्रवेश करते हैं और रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं. यह ब्लड कैंसर का कारण भी हो सकता है. खून मोटा हो जाता है और थक्के बनाने की संभावनाएं अधिक होती हैं. इसके बाद, जल्द ही धमनियां संकीर्ण हो जाती हैं, जिससे शरीर के हृदय, मस्तिष्क और अन्य अंगों में अपर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है.

खतरा : लगातार उच्च रक्तचाप हृदय को कमजोर बना देगा.

4. धूम्रपान और आपके मुंह का स्वास्थ्य

तम्बाकू पीनाा या इसका सेवन विभिन्न दंत समस्याओं को दावत देता है. सांसों में बदबू, दांतो में कैविटी या दांतों का रंग खराब होने जैसी सामान्य स्थिति से लेकर बदतर स्थिति जैसे मसूढ़े की बाीमारी, लार ग्रंथी में सूजन, जबडे़ की अस्थि के घनत्व में कमी इत्यादि समस्यों का सामना करना पड़ सकता है. तंबाकू के सेवन से दांतो का संक्रमण और दांत दर्द भी हो सकता है, जिससे दांत निकलवाने की नौबत आ सकती है, या ल्यूकोप्लाकिया के विकास की उच्च संभावनाएं होती है,जो मुंह में सफेद धब्बे का कारण होता है.

खतरा : नियमित धूम्रपान करने वालों को मुंह का कैंसर होना सामान्य बात है.

5. धूम्रपान और गर्भावस्था

धूम्रपान नहीं करनेवाली महिला की तुलना में धूम्रपान करनेवाली महिला को गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों का सामना करना पड़ता है, खासकर गर्भधारण करने पर मां को धूम्रपान के कारण, उन्हें गर्भस्राव, समय से पहले प्रसव या मृत बच्चा पैदा हो सकता है. धूम्रपान से बच्चे का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है, बच्चा कम या ज्यादा वजन का हो सकता है और उसे मधुमेह, अस्थमा, उच्च रक्तचाप या हर्ट स्ट्रोक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

खतरा : अगर मां अपने आसपास के तंबाकू के धुएं के संपर्क में आती है, तो इससे भ्रूण का कम विकास होता है या प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.

6. धूम्रपान और प्रजनन क्षमता

क्या आप जानते हैं कि धूम्रपान प्रजनन प्रणाली को बुरी तरह प्रभावित करता है? यह पुरु षों में इन्फर्टिलिटी का यह मुख्य कारण है और इससे नपुंसकता का खतरा बढ़ जाता है. धूम्रपान करने से शुक्राणु का उत्पादन कम होता है और आप जितना अधिक धुम्रपान करते हैं आपमें उतना ही अधिक इन्फर्टिलिटी की संभावना विकसित होती है. निकोटीन पुरुषों के एथेरोस्क्लेरोसिस में योगदान देता है, जो धमनियों को कठोर बना देता है, जिसके कारण, धमनियां प्रजनन अंगों को पर्याप्त रक्त प्रदान नहीं कर पाता है, जो उनके समुचित कार्य और नियमित विकास को रोकती हैं.

खतरा: महिलाएं जो धूम्रपान करने की आदी होती हैं उन्हें अक्सर अनियमित माहवारी चक्र या माहवारी नहीं होने की शिकायत होती है, उनकी प्रजनन क्षमता कम या समाप्त हो जाती है, अत्यधिक धूम्रपान से महिलाओं को स्तन कैंसर और सर्वाइकल भी हो सकता है.

7. धूम्रपान और हृदयवाहिनी प्रणाली

धूम्रपान हृदय संबंधी बीमारियों जैसे दिल का दौरा, हृदय-धमनी रोग का मुख्य कारण है जो किसी व्यक्ति को जीवन के प्रत्येक कदम पर प्रभावित करता है. हृदय की बीमारी से होनेवाली लगभग 20% मौत का कारण धूम्रपान का लत होता है. धूम्रपान के कारण हृदय में जमा निकोटिन रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, और कुछ हिस्सों में उन्हें मोटा और संकरा बनाता है, जिससे रक्तचाप और अस्थिर रक्तचाप बढ़ जाता है. इस प्रकार, स्ट्रोक का खतरा अधिक हो जाता है.

खतरा : तंबाकू के धुएं के संपर्क में आने पर धूम्रपान करने वालों या धूम्रपान नहीं करने वालों दोनों में हृदय-धमनी रोग का विकास हो सकता है. इसलिए, जब आप धूम्रपान करते हैं, तो याद रखें, इससे न केवल आपका स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि आपके आस-पास के लोगों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसलिए, इसके बारे में सोचें.अब आपकी बारी है!

धूम्रपान दुनिया भर में होनेवाली कई मौतों के सबसे बडे़ और निरोध्य कारणों में से एक के रूप में उभरा है. तंबाकू की खपत को सीमित करने के लिए, कठोर उपाय, विशेष रूप से दुनियाभर के युवाओं के लिए किए जाने की आवश्यकता है. निष्कर्ष के रूप में, सिगरेट पीना सबसे अधिक हानिकारक है, यह धीरे-धीरे आपके शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नष्ट करता है. धूम्रपान छोड़े और दीर्घायु बनें.

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