चौपारण : प्रखंड के चर्चित सुमित हत्याकांड में पुलिस ने मंगलवार को उसके दोस्तों से पूछताछ किया. पूछताछ के क्रम में करमा निवासी ननकू केसरी ने कहा कि वह सुमित का दोस्त है. दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते हैं. पर घटना के दिन ननकू, सुमित के साथ नहीं था. वहीं सुमित के दूसरे दोस्त अविनाश उर्फ राहुल यादव, पिता- सुनील यादव केदली ने पुलिस को बताया कि वह ही सुमित को अपनी स्कूटी से कंकरोला गांव लाया था.
उसके साथ एक लड़का करनी गांव का भी था. पूछने पर राहुल ने बताया कि उसका नाम सोनू था. जो सुमित के घर के पास नहीं बल्कि रास्ते में मिला था. जहां से तीनों एक स्कूटी पर सवार होकर कंकरोला गांव पहुंचे थे. अविनाश उर्फ राहुल की दोस्ती स्कूल एवं ट्यूशन पढ़ने के दौरान हुई थी. सुमित सुरेखा स्कूल का छात्र था. जबकि राहुल बरही के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता है.
राहुल ने आगे बताया कि वे सुमित के बुलावे पर उसके घर करनी स्कूटी से लाने गया था. सुमित एवं कंकरोला गांव की छात्रा के बीच क्या संबंध है. इसके बारे में राहुल पुलिस को कहा कि उन्हें नहीं मालूम.
मचला में लोगों ने सुमित को पकड़ा था
राहुल ने बताया कि वे तीनों कंकरोला से करमा स्कूटी से वापस लौट रहे थे. इसी बीच मचला गांव के पास कंकरोला के कुछ लोगों ने पीछा कर सुमित को पकड़कर मारते हुए पुनः कंकरोला की ओर ले गये. उसके बाद सुमित के साथ गये दोनों दोस्त उसे छोड़कर फरार हो गये.
सुमित का मोबाइल नहीं लगा पुलिस के हाथ
घटना के चार दिन बाद भी सुमित का मोबाइल फोन पुलिस के हाथ नहीं लगा है. पुलिस मोबाइल की तलाश में जुटी है. घटना के बाद सभी नामजद आरोपी फरार हैं.