गुमला : झारखंड के ईश्वर वर्मा को साहित्य संगम, बेंगलुरु द्वारा बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. इस अवसर पर भारत के कलमकार नाम से संकलित उनकी एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया. भारत के कलमकार की प्रतियां संपूर्ण भारत के श्रेष्ठ पुस्तकालयों, रेलवे स्टेशनों के बुक स्टालों एवं पुस्तकों की दुकानों पर उपलब्ध होंगी.
इससे पूर्व भी इन्हें यहां साहित्य रत्न से सम्मानित किया जा चुका है. वर्तमान में ये जर्मन कंपनी एसएपी, बेंगलुरु में कार्यरत हैं. श्री वर्मा झारखंड के गुमला जिले के चैनपुर के रहने वाले हैं. इनकी आरंभिक शिक्षा शिशु मंदिर चैनपुर में हुई. हाई स्कूल की परीक्षा बरवे हाई स्कूल चैनपुर से पास की. इंटर विज्ञान डीएवी हेहल रांची से पास की. उच्च शिक्षा के लिए बेंगलुरु चले गये, जहां मात्र चार वर्षों में ही हिंदी के क्षेत्र में एक अच्छा मुकाम हासिल कर लिया है.
इनके पिता उमेश कुमार वर्मा प्राथमिक विद्यालय चैनपुर के शिक्षक हैं. इनकी माता गृहिणी हैं. इनकी इस उपलब्धि पर दादी, माता-पिता, काका-काकी, भाई-बहन सहित शुभचिंतक खुश हैं. बधाई देने वालों मे मुकेश वर्मा, अरुण चौधरी, अरुण जायसवाल, बैरागी उरांव, प्रमुख ओलिभा कांता कुजूर, उपप्रमुख सुशील दीपक मिंज, जिप सदस्य प्रशांता खलखो, राजन पांडेय, रघुनंदन प्रसाद, अनिल केसरी, मनोहर बड़ाइक, राजेश राम, शंभु सिंह, छटन साहू, राजन गुप्ता, पुर्णेंदू शर्मा, मुकेश प्रसाद, बजरंग गुप्ता, सत्यजीत कुमार, राजेश कुमार, सोनू गुप्ता, कौशलेंद्र शर्मा, अमित पांडेय, अरविंद मौर्य, लेवनार्ड खलखो, नवीन कुजूर, रणधीर कुजूर, कमलेश भगत सहित कई लोग शामिल हैं.