गुमला : सदर अस्पताल गुमला के आउटसोर्सिंग कर्मी सदर अस्पताल प्रबंधन को बिना लिखित पूर्व सूचना के सोमवार को हड़ताल पर चले गये. आउटसोर्सिंग कर्मियों में किसी को पांच माह, किसी को तीन माह तो किसी को चार माह से मानदेय नहीं मिला है. इस कारण आउटसोर्सिंग कर्मियों ने सफाई सहित अन्य काम बंद कर दिया.
सभी आउटसोर्सिंग कर्मी सदर अस्पताल के मुख्य गेट के समीप धरना पर बैठ गये. हड़ताल लगभग एक घंटे तक चली. हड़ताल की जानकारी मिलने पर झारखंड राज्य चिकित्सा संघ के जिलामंत्री अशोक कुमार लाल धरना स्थल पहुंचे. उन्होंने आउटसोर्सिंग कर्मियों को सर्वांगीण ग्रामीण विकास संस्थान गढ़वा के इंचार्ज से बात करायी.
इंचार्ज ने कहा कि वह सोमवार की शाम तक गुमला पहुंचेंगे. साथ ही मंगलवार की सुबह आठ बजे सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों से मिल कर उनका बकाया का भुगतान करेंगे. इसके बाद आउटसोर्सिंग कर्मियों ने हड़ताल खत्म कर दी. आउटसोर्सिग कर्मियों ने कहा कि अगर मंगलवार तक उनका बकाया पूरा मानदेय का भुगतान नहीं किया गया, तो पुन: हड़ताल करेंगे, जिसकी सारी जवाबदेही सीएस कार्यालय व अस्पताल प्रबंधन गुमला की होगी. आउटसोर्सिंग कर्मियों की मांग थी कि पैसा नहीं तो काम नहीं.
वे सभी अपने बकाये मानदेय की मांग कर रहे थे. आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि मानदेय नहीं मिलने के कारण उनके परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मौके पर मनीष साहू, काजल कुमारी, विशाल कुमार मंडल, विक्की कुमार, उपेंद्र साहू, दिव्या कुमारी, पूनम देवी, झखी असुर, अंजु साहू, कमला देवी, गंगोत्री देवी, ललिता देवी, गंगोत्री देवी, उर्मिला तिर्की,रेजीना तिग्गा, देवंती कुमारी, आशा देवी, शांता लकड़ा, प्रतिमा कुमारी, रूबी कुमारी, कमला देवी सहित कई लोग मौजूद थे.