व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा में अजवत अली अंसारी की हत्या हुई थी
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चंदवा सीओ के पिता की हत्या के चार आरोपी गिरफ्तार किये गये
व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा में अजवत अली अंसारी की हत्या हुई थी लूटपाट का पैसा, पिस्तौल, मोबाइल व बाइक बरामद हुआ गुमला : गुमला थाना के खरका गांव के समीप 26 फरवरी को चंदवा अंचल के सीओ मुमताज अंसारी के पिता अजवत अली अंसारी (60) की हत्या का गुमला पुलिस ने खुलासा कर लिया है. हत्या […]
लूटपाट का पैसा, पिस्तौल, मोबाइल व बाइक बरामद हुआ
गुमला : गुमला थाना के खरका गांव के समीप 26 फरवरी को चंदवा अंचल के सीओ मुमताज अंसारी के पिता अजवत अली अंसारी (60) की हत्या का गुमला पुलिस ने खुलासा कर लिया है. हत्या में शामिल चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनमें लोहरदगा जिला के सेन्हा प्रखंड निवासी अमित उरांव उर्फ अचिन उरांव, दशरथ उरांव, योगेंद्र उरांव व हत्या के षडयंत्रकर्ता कोटाम गांव निवासी संटू महतो शामिल है. जबकि हत्या में शामिल एक अन्य आरोपी गुलाम उर्फ गुल मोहम्मद फरार है,
जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापामारी कर रही है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त मोबाइल, साइकिल, पिस्तौल, मोबाइल व लूटपाट का पैसा भी बरामद हुआ. पूछताछ के बाद चारों को जेल भेज दिया गया. एसपी अंशुमान कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अजवत अंसारी कोटाम निवासी हैं. 26 फरवरी को वे रांची पंडरा बाजार जा रहे थे, तभी सुबह 5.15 बजे दो बाइक से आये चार अपराधियों ने लूटपाट करने के बाद अजवत अंसारी की गोली मार कर हत्या कर दी थी. अजवत की हत्या के बाद अपराधियों को पकड़ने के लिए एसआइटी का गठन किया गया था.
पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में पाया कि हत्या में शामिल अमित उरांव उर्फ अचिन उरांव अपने कुछ साथियों के साथ बाइक से घाघरा से गुमला की ओर आ रहा है. वे लोग किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. इसी सूचना पर थाना प्रभारी राकेश कुमार ने पुलिस टीम के साथ खरका गांव के पास एंबुस लगाया. जैसे ही तीनों अपराधी पहुंचे, पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया. इन लोगों के पास से पिस्तौल भी मिला. तीनों को थाना में लाकर पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में पता चला कि व्यवसायी अजवत अंसारी की हत्या व्यवसाय प्रतिस्पर्धा में हुई थी. कोटाम गांव के ही संटू महतो के साथ अजवत की व्यावसायिक दुश्मनी थी.
बदला लेने के लिए संटू ने अपराधियों को हायर किया. इसके बाद लूटपाट कर हत्या की योजना बनायी गयी. संटू ने अजवत की कोटाम से निकल कर रांची जाने की सूचना अपराधियों को दी थी. इसके बाद अपराधियों ने खरका के पास अजवत को रोक कर हत्या कर दी थी. अपराधियों को पकड़ने में थानेदार राकेश कुमार, पुअनि तीर्थराज तिवारी, सअनि अजय कुमार सिंह, सअनि बबलू बेसरा, सअनि राजेश कुमार, सअनि भगवान प्रसाद गौड़, पुलिस मनोज कुमार, कुलदीप राय, संतोष कुमार रब्बानी, मनीष बाखला व संदीप टोप्पो शामिल थे.
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