।। दुर्जय पासवान ।।
डीडीसी के इस बात पर कमल क्लब के लोग भी भड़क उठे और डीडीसी से उलझ गये. किसी प्रकार मामला शांत हुआ. इसके बाद कमल क्लब के पदाधिकारी गुमला विधायक शिवशंकर उरांव से जाकर मुलाकात किये. प्रतियोगिता के आयोजन व कमल क्लब के पदाधिकारियों को प्रतियोगिता से दूर रखने की जानकारी दी.
इसके बाद विधायक ने फोन पर डीडीसी व खेल विभाग के सचिव से बात की. विधायक ने कहा कि प्रतियोगिता होती है तो कमल क्लब के पदाधिकारियों को मान सम्मान के साथ बुलाएं. विवाद के बाद फुटबॉल मैच को स्थगित कर दिया गया. आयोजन समिति के लोगों ने बताया कि अब मैच 22 व 23 अगस्त को होगी.
* पंचायत स्तर पर नहीं हुई प्रतियोगिता
कमल क्लब के पदाधिकारियों ने कहा है कि जिला व प्रखंड प्रशासन द्वारा टूर्नामेंट में महज खानापूर्ति की जा रही है. जिसके विरोध में मंगलवार को जिला व प्रखंड कमल क्लब के पदाधिकारीयों ने इसका विरोध किया है. जिला प्रशासन व प्रखंड प्रशासन इस टूर्नामेंट में महज कोरम पूरा कर लिपापोती करने में लगी हुई है.
कमल क्लब का गठन जिले के सभी पंचायतों, प्रखंडों व जिला में किया गया है. कोई भी टूर्नामेंट कमल क्लब के माध्यम से होना है. इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा कमल क्लब को दरकिनार किया गया. सच्चाई तो यह है कि पंचायत स्तर पर टूर्नामेंट का आयोजन हुआ ही नहीं है.
कई प्रखंडों मे भी टूर्नामेंट नहीं हुए हैं. ऐसे में यह टूर्नामेंट महज खानापूर्ति करने के समान है. जिसका कमल क्लब ने खुल कर विरोध किया है. मौके पर कमल क्लब के जिला अध्यक्ष जयपाल साहू, सचिव सूरज कुमार साहू, रब्बानी अन्सारी, संदीप कुमार, कौशल साहू, दीपक कुमार भगत, विकास कुमार सिंह, बजरंग कुमार गुप्ता, पप्पू, विजय राम, बसंत कुमार, महिला दास, मंजू देवी सहित कई लोग मौजूद थे.