गुमला : दवा और दारू शब्द एक-दूसरे के पूरक जरूर हैं, लेकिन इन पूरक शब्दों में से एक दारू यानी शराब की लत किसी व्यक्ति को अपने शिकंजे में जकड़ लेती है, तो उसका पूरा जीवन ही तबाह हो जाता है. झारखंड के गुमला जिला के रायडीह प्रखंड के 20 सूत्री अध्यक्ष-सह-विधायक प्रतिनिधि जगनारायण सिंह की 32 वर्षीय बेटी राधिका देवी का पूरा परिवार इसी शराब की वजह से तबाह हो गया है.
कारण यह है कि जगनारायण की बेटी ने अपने शराबी पति की प्रताड़ना से तंग आकर अपने ही घर में शुक्रवार की सुबह फांसी लगाकर जान दे दी. हालांकि, परिजनों ने आनन-फानन में उसे गुमला के सदर अस्पताल दाखिल कराया, जहां चिकित्सक डॉक्टर राजेश कुमार टोप्पो ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वहीं, मृतक के पति प्रदीप सिंह अचानक अस्पताल पहुंचने पर विधायक प्रतिनिधि और उसके परिजनों ने जमकर पिटाई कर दी. पिटाई को रोकने के लिए सदर अस्पताल के होमगार्ड जवान ज्ञानदीप उरांव, संदीप उरांव और प्रवीण कुमार से विधायक प्रतिनिधि के परिजन भिड़ पड़े. लगभग आधा घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. काफी मशक्कत के बाद मामला शांत हुआ, जबकि पिटाई के बाद शराबी पति प्रदीप सिंह वहां से फरार हो गया.
गुमला पुलिस को सूचना मिलने पर एएसआई कमल किशोर प्रसाद और एएसआइ नवीन कुमार सिंह दल-बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया. घटना के संबंध में 20 सूत्री अध्यक्ष जगनारायण सिंह ने बताया कि उसकी बेटी का विवाह के 15 साल पूरा हो गया था. मृतका की एक बेटी और एक बेटा है. उसका पति प्रदीप सिंह शराबी है. वह हमेशा शराब के नशे में रहता था.
उन्होंने बताया कि कुलमुंडा चौक पर ही दामाद का किराना दुकान है, जिसका संचालन मेरी बेटी राधिका ही करती थी और उसी से अपने बच्चों का लालन-पालन करती थी. प्रदीप हमेशा शराब के लिए उनकी बेटी से पैसे की मांग करता था. पैसा नहीं देने पर शराब के नशे में पिटाई तो करता ही था, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित भी करता था.
उन्होंने बताया कि गुरुवार की शाम भी उसने मेरी बेटी से शराब के लिए पैसे की मांग की थी. पैसा नहीं देने पर शाम को ही उसने मेरी बेटी की पिटाई की थी, जिसकी जानकारी मेरे नाती ने दी. उसके द्वारा बराबर मारपीट कर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर मेरी बेटी को प्राण त्यागने के लिए दामाद प्रदीप सिंह ने मजबूर कर दिया.