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कोचिंग जा रहे छात्र की गोली मारकर हत्या

मीरगंज (गोपालगंज) : मीरगंज में गुरुवार को घर से कोचिंग करने जा रहे छात्र की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी. वारदात के बाद बाइक सवार अपराधी फरार हो गये. मृतक छात्र उचकागांव थाना क्षेत्र के बालाहाता गांव निवासी स्व लक्षमण सिंह का 30 वर्षीय पुत्र सुनील सिंह था. पुलिस ने पड़ोसियों से चल […]

मीरगंज (गोपालगंज) : मीरगंज में गुरुवार को घर से कोचिंग करने जा रहे छात्र की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी. वारदात के बाद बाइक सवार अपराधी फरार हो गये. मृतक छात्र उचकागांव थाना क्षेत्र के बालाहाता गांव निवासी स्व लक्षमण सिंह का 30 वर्षीय पुत्र सुनील सिंह था. पुलिस ने पड़ोसियों से चल रहे जमीन विवाद को हत्या का कारण बताया है.

परिजनों के मुताबिक सुनील सिंह सुबह में घर से खाना व किताब लेकर साइकिल से मीरगंज कोचिंग के लिए निकला था. रास्ते में हरखौली गांव के पास पहुंचते ही बाइक सवार दो अपराधी पहुंचे और उसपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. सुनील को सिर में दो गोली लगी और वह सड़क पर ही गिर गया.
आसपास के लोग पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलने पर मीरगंज थाने की पुलिस पहुंची. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. परिजनों ने बताया कि जमीन को लेकर पड़ोस के बलराम सिंह के साथ विवाद चल रहा था. सुनील पढ़ा-लिखा व तेज-तर्रार था.
बंटवारे से लेकर सभी तरह के कागजात उसी के पास थे. मृतक के भाई सुगुन सिंह का कहना है कि जमीन विवाद में पड़ोसियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. इस मामले में पुलिस ने जांच-पड़ताल करते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है. थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. पुलिस हर स्तर से जांच कर कार्रवाई करने में जुटी है.
ट्यूशन कराकर गुजारा करता था सुनील
मीरगंज. पुराने विवाद में हरखौली-बालाहाता नहर खाड़ के पास गोली मारकर सुनील सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम को भेज दिया. पोस्टमार्टम के बाद गांव में सुनील का शव आते ही कोहराम मच गया. पत्नी सहित परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. सुनील के एक बेटा व एक बेटी है. दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा सुनील गांव व मीरगंज में छात्रों को ट्यूशन पढ़ाकर परिवार का पालन-पोषण करता था.
अब सबकी जुबान पर एक ही दर्द है कि अब बच्चों को कौन देगा सहारा. सुनील के दाह-संस्कार के दौरान ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों की भारी भीड़ जुटी रही. क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं को लेकर पहले से ही लोग चिंतित थे. गुरुवार की घटना के बाद लोगों में दहशत है.
किसके साथ कब क्या हो जायेगा इसको लेकर नगरवासी परेशान हैं. हाल ही में हुए व्यवसायी गोलीकांड व रंगदारी के लिए फायरिंग आदि की भयावहता से लोग उबर भी नहीं पाये थे कि सुनील की हत्या हो गयी. हत्या, लूट, फायरिंग व रंगदारी से डरे-सहमे लोगों ने शासन व प्रशासन से अपराध व अपराधियों पर तत्काल अंकुश लगाने की मांग की है.
आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में अपराधियों द्वारा ज्यादातर पिस्टल, रिवॉल्वर, कट्टा आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है. इनके पास ऐसे हथियार व कारतूस कहां से आ रहे हैं, ये चर्चा आम लोगों के बीच खूब हो रही है. कोई हथियार व कारतूस सप्लाइ करने वाले राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय गिरोह को इसके पीछे खड़ा करता है तो कोई ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी-छिपे चल रहे हथियार व कारतूस निर्माण कारखानों को दोषी ठहराता है. पुलिस को अवैध हथियारों के उत्पादन व सप्लाइ पर लगाम लगाना होगा.
तीन लोग हुए नामजद
सुनील हत्याकांड में तीन लोगों को आरोपित किया गया है. आरोपित अशोक सिंह, सन्नी सिंह व एक महिला बालाहाता गांव के ही बताये जाते हैं. तीनों की गिरफ्तारी को एएसपी अशोक चौधरी, इंस्पेक्टर सतीश कुमार हिमांशु, थानाध्यक्ष मुकेश कुमार आदि के नेतृत्व पुलिस छापेमारी कर रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पुराने विवाद में हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. कांड में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. आपराधिक प्रवृत्ति व असामाजिक तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर है. किसी भी संदिग्ध व्यक्ति अथवा वस्तु को देखते ही पुलिस को सूचना देने की पब्लिक से अपील की गयी है.
मुकेश कुमार, थानाध्यक्ष, मीरगंज
सुनील की हत्या के बाद आरोपित के घर पर हमला करने को आतुर थे लोग
उचकागांव . बालाहाता गांव के सुनील सिंह की गोली मारकर हत्या करने के बाद गांव के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. हत्या में संलिप्त आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित लोग अभियुक्तों के घर पर हमला करने को आतुर थे.
हालांकि, पुलिस ने समय रहते मौके पर पहुंचकर स्थिति को शांत कर दिया. गांव में उचकागांव के बीडीओ के अलावा मीरगंज व उचकागांव थाने की पुलिस कैंप कर रही है. परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि पिछले चार साल से जमीन को लेकर पड़ोसी से विवाद चल रहा था.
जमीन विवाद को लेकर चार मामले भी दर्ज हैं, जिसकी सुनवाई कोर्ट में चल रही है. परिजनों ने कहा कि मृतक सुनील सिंह घर में तेज-तर्रार था. परिवार का सहारा था, इसलिए आरोपितों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने आरोपित के घर पर भी चौकसी बढ़ा दी है.
परिजनों का कहना है कि एक साल पहले सुनील के भाई नंदलाल सिंह की मौत बीमारी से हो गयी थी. अब दूसरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. परिजनों ने पुलिस अधिकारियों से मामले में अविलंब कार्रवाई करने की मांग की. वहीं स्थानीय पंचायत के मुखिया ने पीड़ित परिजनों को कबीर अंत्येष्टि के तहत राशि दी.

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