गिरिडीह : भाजपा के पूर्व सांसद डा. रवींद्र कुमार राय ने कहा कि महागठबंधन सरकार में कमजोर मंत्रिमंडल के कारण राज्य में अनिश्चितता का माहौल है. कई अपरिपक्व लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया है. हेमंत सरकार के पिछले दो माह के कार्यकाल में राज्य का विकास कार्य ठप हो गया है.
ट्रेजरी के सही से संचालन में सरकार अक्षम है. राज्य सरकार को प्रशासनिक दक्षता का सबूत पेश करना चाहिए. उक्त बातें उन्होंने शनिवार को बरगंडा स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. डा. राय ने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में विकास कार्यों पर ग्रहण लगा हुआ है.
जनता में इस बात को लेकर संशय है कि यह सरकार प्रशासनिक रूप से सक्षम हो पायेगी. प्रदेश के कई मंत्री सरकार की नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र की प्राथमिकता के तहत कार्य कर रहे हैं. कहा कि राज्य सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए अधिकारियों को राजनीति शिकार बना रही है.
झाविमो का भाजपा में विलय नियति की पुकार : डा. राय ने कहा कि 17 फरवरी को बाबूलाल मरांडी की पार्टी झाविमो का भाजपा में विलय कोई राजनीतिक घटनाक्रम नहीं बल्कि नियति की पुकार है. अब सुकुन का वक्त आ रहा है. कहा कि यह स्वाभाविक राजनीतिक एकीकरण है जो आने वाले दिनों में बेहतर गुल खिलायेगा. भाजपा-झाविमो कार्यकर्ता एक दूसरे से मिलाप के लिए तड़प रहे हैं. कहा कि अस्वाभाविक राजनीतिक बिखराव वर्ष 2006 में हुआ था. यह बिखराव चिंताजनक थी. सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक परिस्थिति में बिखराव से राजनीतिक कमजोरी की स्थिति उत्पन्न थी, जो अब दूर होगी.
निश्चित रूप से आने वाले दिनों में एक मजबूत राजनीतिक पक्ष खड़ा करने का काम किया जायेगा. कहा कि दो भाईयों के बिछुड़न के एकीकरण के वक्त भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम विधायक-सांसद व पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुराने घाव को कूरेदना उचित नहीं है.