विभाग के लाख प्रयास के बाद भी नहीं रुक रहा है मरीजों को निजी अस्पताल भेजने का खेल
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कमीशन के चक्कर में मरीजों को चूना
विभाग के लाख प्रयास के बाद भी नहीं रुक रहा है मरीजों को निजी अस्पताल भेजने का खेल खेल में कुछ सहिया व स्वास्थ्य कर्मी हैं सक्रिय गिरिडीह : निजी अस्पतालों में मरीजों को भेजकर कमीशन की उगाही करने का गोरखधंधा खूब चल रहा है. जिले के दूर-दराज क्षेत्रों से प्रसव कराने के लिए मातृ-शिशु […]
खेल में कुछ सहिया व स्वास्थ्य कर्मी हैं सक्रिय
गिरिडीह : निजी अस्पतालों में मरीजों को भेजकर कमीशन की उगाही करने का गोरखधंधा खूब चल रहा है. जिले के दूर-दराज क्षेत्रों से प्रसव कराने के लिए मातृ-शिशु स्वास्थ्य इकाई चैताडीह पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं और उसके परिजनों को यहां कुव्यवस्था बताकर भयभीत करने तथा कम पैसे में बेहतर इलाज कराने का भरोसा दिलाकर निजी अस्पताल में भर्ती कराने में कुछ सहिया, स्वास्थ्यकर्मी तथा ऑटो व टोटो चालक संलिप्त हैं.
मातृ -शिशु स्वास्थ्य इकाई पहुंचने वाले मरीजों का यहां का तौर तरीका समझने में समय लग जाता है. जब तक मरीज या उसके परिजन कुछ समझ पाते तब तक इस गोरखधंधे में संलिप्त सहिया उसे तरह-तरह के झांसे देकर निजी अस्पताल में प्रसव कराने के लिए तैयार कर लेती हैं और आनन-फानन में ऑटो व टोटो चालक द्वारा उसे संबंधित अस्पताल पहुंचा दिया जाता है. शुक्रवार शाम को भी एक सहिया बड़ी चतुराई से एक गर्भवती महिला को निजी अस्पताल भेजने में सफल रही. इस दौरान वहां जमकर हंगामा भी हुआ.
दो सहियाओं में हुई तू-तू, मैं-मैं : बताया जाता है कि शुक्रवार शाम को बेंगाबाद की गर्भवती महिला सरिता देवी को लेकर उसके परिजन मातृ शिशु स्वास्थ्य इकाई चैताडीह पहुंचे. चैताडीह में उसे भर्ती कर लिया गया. वहां कार्यरत एक एएनएम उसका प्राथमिक उपचार में जुट गयी थी, लेकिन जब तक वहां चिकित्सक पहुंचती उसके पहले एक सहिया ने उसे अपना रोगी बताकर उस पर अपना दावा किया. इसी बीच एक अन्य सहिया ने भी इस पर अपना दावा पेश किया.
इन दोनों सहियाओं में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई. इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे को गालियां भी दीं. बीच -बचाव करने के लिए कुछ स्वास्थ्यकर्मी भी वहां पहुंचे. लेकिन अंतत: दबंग सहिया उस रोगी पर काबिज रही और आनन-फानन में उस मरीज को ऑटो से निजी अस्पताल पहुंचाया गया.
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