गया : मगध मेडिकल में जलसंकट कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. अस्पताल के सर्जरी वार्ड के पास लगे वाटर कूलर से बूंद-बूंद पानी टपक रहा है. इस टपकते पानी से ही मरीजों के परिजन अपनी जरूरत पूरी करने की कोशिश करते हैं. अस्पताल प्रशासन की ओर से नयी बोरिंग तो कराया गया. लेकिन, उससे निकलनेवाले पानी से सभी वार्डों में मरीजों व उनके परिजनों की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है. अस्पताल के ज्यादातर शौचालयों में पानी नहीं रहते हैं.
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वाटर कूलर के टपकते पानी से जरूरत पूरी करने की कोशिश
गया : मगध मेडिकल में जलसंकट कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. अस्पताल के सर्जरी वार्ड के पास लगे वाटर कूलर से बूंद-बूंद पानी टपक रहा है. इस टपकते पानी से ही मरीजों के परिजन अपनी जरूरत पूरी करने की कोशिश करते हैं. अस्पताल प्रशासन की ओर से नयी बोरिंग तो कराया […]
इसके कारण लोग शौच के लिए खुले मैदान का उपयोग कर रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार, अस्पताल में मरीज व परिजन मिला कर चार-से-पांच हजार लोग हर वक्त रहते हैं. पिछले दिनों एक सप्ताह तक पानी की किल्लत से लोगों को जूझना पड़ा था.
इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने नयी बोरिंग कराया. इससे सप्लाई पाइप को जोड़ा गया. लेकिन, बोरिंग से उतना पानी नहीं मिल पा रहा है, जिससे सभी जगहों की जरूरत को पूरी की जा सके. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन दिनों किसी भी समस्या का स्थायी समाधान के बजाय अस्पताल प्रशासन तात्कालिक उपाय पर अधिक ध्यान देती है. इसका ही नतीजा है कि बोरिंग से हर जगह पानी की पूर्ति नहीं हो सकी.
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