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गया : फरवरी में टेंडर, चार महीनों में अंतिम छाेर तक पहुंचेगा पानी
उत्तर कोयल नहर परियोजना को लेकर मगध आयुक्त ने किसानों को किया आश्वस्त, कहा गया : आयुक्त कार्यालय कक्ष में शनिवार काे किसानाें व उत्तर काेयल नहर परियाेजना से जुड़े अभियंताआें के साथ आयुक्त टीएन बिंधेश्वरी ने बैठक की. दरअसल इस नहर परियोजना का पानी गया जिले के गुरारू प्रखंड व औरंगाबाद जिले में नहीं […]
उत्तर कोयल नहर परियोजना को लेकर मगध आयुक्त ने किसानों को किया आश्वस्त, कहा
गया : आयुक्त कार्यालय कक्ष में शनिवार काे किसानाें व उत्तर काेयल नहर परियाेजना से जुड़े अभियंताआें के साथ आयुक्त टीएन बिंधेश्वरी ने बैठक की.
दरअसल इस नहर परियोजना का पानी गया जिले के गुरारू प्रखंड व औरंगाबाद जिले में नहीं पहुंचने को लेकर किसान धरने पर बैठे थे. बैठक में किसानों ने अपनी पांच मांगें रखीं. इनमें फसल मुआवजा, कर्ज माफी, खेती के लिए बिजली व कृषि उत्पादों के लाभकारी मूल्य आदि शामिल थे. उत्तर कोयल नहर परियोजना के संबंध में अधीक्षण अभियंता ने बताया कि यह 1326 करोड़ रुपये की केंद्र सरकार की यह योजना है. इसे केंद्रीय जल समिति द्वारा पुनः डिजाइन करवाया गया है. इसमें 2750 क्यूसेक पानी की परियोजना बनी थी, जिसे विस्तारित कर 4500 क्यूसेक पानी की योजना बनायी गयी है.
आयुक्त ने कहा कि फरवरी में इसका टेंडर निकलना है और चार महीने के अंदर नहर के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का प्रस्ताव है. किसानों ने वर्तमान नहर से पानी पहुंचने पर संदेह व्यक्त किया. किसानों ने कहा कि जितना पानी नहर में आता है, उससे गया व औरंगाबाद के किसानों को पानी मिलना संभव नहीं है. इस पर आयुक्त ने संबंधित अभियंताओं को निर्धारित चार महीने में योजना को जमीन पर उतारने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि गया के डीएम व औरंगाबाद के डीएम के अधीन एक कमेटी का गठन किया जायेगा, जो इसकी समीक्षा प्रत्येक 15 दिन पर करेगी. प्रमंडल स्तर पर पर भी इसकी समीक्षा की जायेगी.
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